छत्तसीगढ़। सियासत में सब कुछ जायज है। रिश्ते-बनते और बिगड़ते हैं। लेकिन ये सच है कि किसी भी लड़ाई का अंतिम नतीजा समझाैत ही होता है। वैसे भी यह मूल मंत्र खुद जन लोकप्रिय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकारों से बयान में कहा था, बुलाकर कह दूं, आपस में बातचीत कर लें। आखिरकार वही हुआ। भूपेश के मार्गदर्शन में विधायक बृहस्पति सिंह (MLA Brihaspati Singh) और बैंक कर्मियों (bank personnel) ने सब कुछ भुलाकर संबंधों में मिठास घोली। वैसे भी देखा जाए भवावेश में ये सब हो जाता है। जैसा की नगरीय निकाय मंत्री शिव कुमार डहरिया ने भी कहा था।
जिसे बीजेपी ने बड़ा मुद्दा बनाकर भूपेश सरकार पर लगातार हमले कर रही थी। कल एक अन्य विडियो में विधायक बृहस्पत सिंह ने बैंक कर्मियों को चोर तो बीजेपी नेता पर अभद्र टिप्पणी की थी। ऐसे में बैंक कर्मियों के धरने को और तूल मिल गया था। इसके बाद आनन-फानन विधायक और बैंककर्मियों के बीच का विवाद आज खत्म कर दिया गया। दोनों पक्ष ने एक दूसरे माफी मांगकर विवाद को वहीं समाप्त करने का फैसला लिया है। बता दें आज सर्किट हाउस में विधायक और बैंक कर्मचारियों को बुलाया गया था।
इस बैठक के दौरान दोनों ही पक्षों ने विवाद पर सुलह की इच्छा जतायी। विधायक बृहस्पत सिंह ने खेद जताया और अपने किये कृत्य को अनुचित बताया। विधायक ने माना कि गुस्से में आकर उन्होंने जो कदम उठाया था, वो उचित नहीं था। वहीं बैंक कर्मचारियों ने भी अपनी गलती स्वीकार की, जिसके बाद मामला खत्म हो गया। बता दें कि तीन दिन पहले विधायक बृहस्पत सिंह का बैंक कर्मचारी को थप्पड़ मारते वीडियो सामने आया था।
इस वीडियो के बाद बैंककर्मी और विधायक के बीच विवाद बढ़ गया। बैंककर्मियों ने जहां काम रोककर प्रदर्शन किया तो वहीं विधायक भी किसानों के साथ धरने पर बैठ गये। गुरुवार को विधायक ने अपने बयान में कहा था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। किसानों के साथ अहित होगा तो वो ऐसा कृत्य करने से पीछे नहीं हटेंगे। विधायक बृहस्पत सिंह ने आज खेद जताया है और विधायक और पीड़ित बैंककर्मी ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर मामले का अंत कर दिया है। इस तरह इस विवाद का पटाक्षेप बलरामपुर सर्किट हाउस में हुआ।