रायपुर। उत्तर प्रदेश से शुरू हुए (Ramcharit Manas) रामचरित मानस की अब छत्तीसगढ़ की सियासत में इंट्री हो गई है। आज भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने कहा सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या के रामचरित बयान पर उन्हें नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें रामचरित मानस को गहराई से पढ़ने की जरूत है। इसके साथ उन्हाेंने बीजेपी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साध दिया।
बोले, इन तीनों को रामचरित मानस का विवाद भा रहा है। इसको राजनीतिक हथयिार बनाने में बीजेपी जुटी हुई है। भूपेश बघेल के इस बयान पर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि भूपेश का बयान कहा रामचरित मानस पर उनकी टिप्पणी से भारतीय संस्कृति का अपमान हुआ है। देश से इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। आइए जानते हैं कि इन दोनों ने क्या कहा है।
रामचरित मानस को सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि रामचरित मानस को गहराई से पढ़ने की जरूरत है। इस पर विवाद करने की जरूरत नहीं।
कहा कि अच्छी चीजों को ग्रहण करना चाहिए। दो-चार दोनों को लेकर विवाद नहीं करना चाहिए। हर बात प्रत्येक व्यक्ति के लिए सही नहीं हो सकता। हर व्यक्ति की अपनी पसंद होती है, जैसे किसी को करेला पसंद है, किसी को नहीं, जो भी विवाद रामचरित मानस को लेकर हो रहा वह सब वोट के लिए है। कहा कि चाहे कहीं भी हो, कहीं से भी राम को घर-घर पहुंचाने का काम स्वामी तुलसीदास ने किया। रामचरित मानस विवाद सपा को भी भा रहा और बीजेपी को भी, मौर्या को भी भा रहा है, और योगी आदित्यनाथ को भी। फिर क्या था, बृजमाेहन इस बयान को लेकर सियासी अखाड़े में कूद पड़े।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व संस्कृति धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रामायण की समीक्षा की बात की है, यह घोर निंदनीय है। रामायण प्रभु श्री राम की मानव जीवन लीला का चित्रण है। उनके चरित्र से सनातन संस्कृति प्रेरणा लेती है कि समाज में, परिवार में कैसे संबंध होने चाहिए। रामायण भगवान श्री राम की जीवन लीला के माध्यम से बताती है कि भाई से , परिजनों से,कैसे संबंध होने चाहिए। संबंधों का महत्व क्या होता है संबंधों का सम्मान कैसे किया जाता है।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सौतेली मां की इच्छा पूरी करने, पिता की आज्ञा पर, प्रभु श्री राम 14 वर्ष के वनवास पर गए। अनुज लक्ष्मण उनके साथ वन गए और अनुज भरत ने बड़े भाई की खड़ाऊं सिंहासन पर रखकर शासन व्यवस्था सम्हाली। आज भूपेश बघेल कांग्रेसी मानसिकता और संस्कृति के अनुसार रामायण की समीक्षा करने की बात कहकर करोड़ो सनातनियों की आस्था को अपमानित कर रहे हैं। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेसी सनातन संस्कृति के अपमान का एक भी मौका नहीं छोड़ते है।
कांग्रेसी पहले ही प्रभु श्रीराम के चरित्र को काल्पनिक मानते हैं। अभी कुछ दिन पहले भूपेश बघेल ने साधु संतों को चमत्कार ना दिखाने की नसीहत दी थी। अब वे रामायण की समीक्षा करने की आपत्तिजनक बात कर रहे हैं। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सनातन संस्कृति के अपमान के लिए भूपेश बघेल देश से माफी मांगें।