सदन में मुद्दों की ‘गरमाहट’ से उठता रहा सियासी ज्वार भाटा! मंत्री चौबे बोले ‘आरोप पत्र’ असत्य का पुलिंदा

By : madhukar dubey, Last Updated : July 21, 2023 | 4:47 pm

छत्तीसगढ़। विधानसभा मानसून सत्र (Assembly Monsoon Session) के आखिरी दिन अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा जारी है। लेकिन सवाल-जवाब और मुद्दों को लेकर सत्ता-विपक्ष के बीच कभी तीखी नोंकझोंक तो किसी समय गरमाहट दिखी। कुल मिलाकर चली विधानसभा कार्रवाई में किसी ज्वार भाटा जैसे हालात रहे। शांत बहस के दौरान पक्ष-विपक्ष के शोर शराबे की गूंज हो रही थी।

बहरहाल, अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) पर चर्चा करते हुए संसदीय मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि भाजपा ने 109 बिंदुओं के आरोप पत्र पेश किया है, उसमें से केवल एक चर्चा की, बाकी इधर-उधर की बात की। मणिपुर की घटना का जिक्र किया तो भाजपा विधायक शोर मचाने लगे। इस पर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव में हम अपने मन की बात कह सकते हैं, यह नियम है। आरोप पत्र तो हमने आपसे जवाब मांगने के लिए लाया है।

इसके बाद रविंद्र चौबे ने कहा कि जब से हमारी भूपेश बघेल की सरकार बनी है, छत्तीसगढ़ का सम्मान बढ़ा, छत्तीसगढ़ के तीज त्योहार खानपान का सम्मान बढ़ा। खोखला अविश्वास प्रस्ताव है, केवल औपचारिकता पूरी की गई, ये आरोप पत्र असत्य का पुलिंदा है।

इसके पहले चर्चा के दौरान पक्ष-विपक्ष के बीच तीखी नोक-झोंक हुई थी। रायपुर में एसटी-एससी युवाओं के नग्न प्रदर्शन पर विपक्ष ने जमकर हंगामा मचाया। सीएम भूपेश बघेल ने CAG की तीन अलग-अलग रिपोर्ट सदन की पटल पर रखा। विपक्ष ने सरकार पर 109 बिंदुओं का आरोप लगाई है, जिस पर चर्चा जारी है।

इससे पहले प्रश्नकाल के दौरान रेडी-टू-ईट फूड, आदिवासियों के रीति-रिवाजों के संरक्षण, गौठान का मामला उठा। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने गौठान से संबंधित गलत जानकारी देने का आरोप लगाया। उनके मुताबिक अधूरे गौठानों की स्थिति को छुपाने की कोशिश की जा रही है। जवाब में मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि जानकार बिल्कुल सही दी गई है। कोई गड़बड़ी नहीं है।

अपडेट्स

1-बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा-राज्य में शराब का घोटाला हुआ है, पीने वालों को लेवी के साथ ज्यादा रेट में शराब लेना पड़ता है।

2-देश में सबसे ज्यादा सीमेंट छत्तीसगढ़ में बनता है, फिर भी सबसे महंगा सीमेंट राज्य में मिलता है। सीमेंट कंपनियां कहती हैं कि आपको पता नहीं की एक्स्ट्रा टैक्स कहा जाता है।

3-हमारी नदियों के सीने को चीरा जा रहा है, रेत चोरों ने बारह फीट का गड्ढा कर दिया।

4-अग्रवाल ने कहा-किनारा तीन फीट समझ बच्चियां नहाने उतरी थीं,उनकी जान ऐसे नहीं गई, ये उनकी हत्या की गई है। रेत चोरों को खुली छूट दे दी गई।

बृजमोहन अग्रवाल का सवाल

सड़कों पर लोग निर्वस्त्र घूम रहे हैं। क्या पूरा इंटेलिजेंस नपुंसक हो गया है। ऐसी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाए तो और क्या लाएं।

मंत्री रविंद्र चौबे का जवाब

दिल्ली में पहलवानों के साथ क्या हुआ। मणिपुर में महिलाओं के साथ क्या हुआ ये बताएंगे। जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने जमकर हंगामा कर दिया।

प्रश्नकाल में क्या हुआ, किसने क्या कहा पढ़िए

नेता प्रतिपक्ष का सवाल

गौठान से संबंधित गलत जानकारी दी गई। अधूरे गौठनों की स्थिति को छुपाने की कोशिश की जा रही है।

ताम्रध्वज साहू का जवाब

जानकारी बिल्कुल सही दी गई है। कोई गड़बड़ी नहीं है। प्रदेश में 10, 336 गौठान स्वीकृत, इसमें 10, 240 गौठान बन गए हैं, 84 गौठान नहीं बने हैं।

2 जनवरी 2019 से 30 जून 2023 तक कुल 1,23,19,845.64 क्विंटल गोबर सरकार ने खरीदा है, जिसकी राशि 24, 639.69 लाख भुगतान किया गया। 2 सौ 91 करोड़ से ज्यादा का गोबर बेचा गया है। इसमें नुकसान नहीं बल्कि फायदा हुआ है।

अजय चंद्राकर का सवाल

मासिक बाल पत्रिका किलोल की खरीदी की मांगी जानकारी। चंद्राकर ने कहा मैं भी स्कूल शिक्षा मंत्री था, जांच करवा लीजिए, अगर मेरे समय में गड़बड़ी हुई होगी तो मैं भी जेल चला जाऊंगा।

रविन्द्र चौबे ने कहा

किलोल पत्रिका खरीदी के लिए निर्देश दिए गए हैं। अन्य पत्रिकाओं के लिए भी निर्देश दिए गए हैं। कोई छुपाने की बात नहीं है। भाजपा सरकार के समय तो श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दीनदयाल उपाध्याय से सम्बंधित पत्रिकाएं भी खरीदी जाती थी।

सौरभ सिंह का सवाल

करीब 246 करोड़ का गोबर खरीदा गया है, 17 करोड़ का सरकार की ओर से बेचा गया है, फिर 229 करोड़ का गोबर कहां गया? ये 229 करोड़ रुपये कहां गए मंत्री ये बताएं? ये चारा घोटाला से बड़ा भी गोबर घोटाला है। सौरभ सिंह ने कहा कि उनके क्षेत्र में 5 लाख रू. की गोबर खरीदी एक ही परिवार की तीन महिलाओं से की गई है जबकि उनके घर गाय ही नहीं है।

धर्मजीत सिंह का सवाल

लोरमी विधानसभा क्षेत्र में कितने जर्जर और भवन विहिन स्कूल हैं।

रविन्द्र चौबे ने बताया

पूरे प्रदेश के 203 शालाओं में 65 करोड़ में मरम्मत के काम किए गए हैं।

धरमलाल कौशिक ने पूछा

किसानों की राशि बैंक कर्मियों की ओर से कितनी राशि गबन की गई है।

चौबे का जवाब

प्रकरण 2015 का है, 18 में हमने सरकार बनाया। 9 किसानों का पैसा वापस हुआ है। अभी 3-4 महीना और लग सकता है। सबका पैसा वापस कराया जाएगा। 109 किसानों का मामला है।

मरकाम ने दी आदिवासी संस्कृति से जुड़ी जानकारी

कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल ने देवगुड़ी और घोटूल निर्माण उनके संरक्षण संवर्धन का मुद्दा, पूछा आदिवासी संस्कृति,लोक कलाये, रीति रिवाजों के संरक्षण संवर्धन के लिए क्या प्रयास किए गए। देवगुड़ी के कितने निर्माण हुए। आदिम जाति विकास मंत्री मोहन मरकाम ने जवाब देते हुए कहा कि पूर्व की सरकार ने 12 साल में 38 करोड़ खर्च किए थे। लेकिन हमारी सरकार ने देवगुड़ी निर्माण ने 82 करोड़ 96 लाख खर्च की। मंत्री मरकाम ने कहा हमारी सरकार आदिवासी संस्कृति के संवर्धन संरक्षण के लिए लगातार काम कर रही है। अच्छा उत्तर देने के लिए विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने मोहन मरकाम को बधाई दी।

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