रायपुर। (भोजेंद्र वर्मा)। जिसे अनाथ बच्चियों से कोई मोह नहीं था, उसे दत्तक केंद्र का प्रोग्राम मैनेजर (Adoption Center Program Manager) बना दिया गया। लिहाजा वह रोज छोटी-छोटी बच्चियों (Little girls) को जमीन पर पटक-पटकर मारती थी। कांकेर जिले के दत्तक केंद्र का महिला प्रोग्राम मैनेजर की राक्षसी प्रवृत्ति का विडियो वायरल हुआ तो लोगों की रूह कांप गई। वह अनाथ बच्चियों को जमीन पर बेहताशा पटक देती थी। ये तो संयोग था, जान नहीं गई। लेकिन जिन बच्चिों के देखरेख की जिम्मेदारी मिली थी, उन्हें वह नहीं देखना पसंद करती थी। इसलिए उन्हें हर रोज प्रताडि़त करती। जब महिला की बाल पिपाशु रूप में सामने आया था, लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। हैरतवाली बात है कि महिला मैनेजर के राक्षसी प्रवृत्ति की जानकारी विभागीय अधिकारियों को क्यों नहीं हुई । ऐसे सवाल लोग सोशल मिडिया में पूछ रहे हैं।
आक्रोशित लोगों का कहना है समाजसेवा के नाम पर ढोंग करने वाले एनजीओ को उनकी ऊंची पहुंच के चलते सरकारी महकमे में प्रोजेक्ट दे दिए जाते हैं। लेकिन इसके संचालन का भौतिक सत्यापन करने के लिए अधिकारी कभी इन जैसे केंद्रों में झांकने भी नहीं जाते। गए भी तो केवल वहां के कर्मचारियों से मिलकर चले आते हैं। । ऐसे में वे बच्चे कर्मचारियों की प्रताड़ना के डर के चलते कभी हकीकत नहीं बता पाते हैं।
यहां सवाल उठना लाजमी है कि अगर विडियो सामने नहीं आता तो यह सिलसिला यूं चलता रहता। दिसंबर माह के विडियो को क्यों दबा कर रखा गया था। इतने महीने बाद कैसे फिर अचानक ये विडियो सामने आया। ऐसे में यह आशंका है कि इस घटना की जानकारी एनजीओ के अलावा विभाग के अधिकारियों को भी थी।
आज इस शर्मसार करने वाला विडियो पूरे देश में वायरल हो रहा है। जिसे लेकर तरह-तरह के सवाल लोगों के मन में उठ रहे हैं। क्या सिर्फ महिला मैनेजर पर ही कार्रवाई करना पर्याप्त होगा। इसके लिए दत्तक केंद्र की जिम्मेदारी संभालने वाली एनजीओ को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा। लेकिन ऐसा संभव नहीं होगा क्योंकि ऐसे एनजीओ चलाने वाले रसूखदार होते हैं।
इधर इस मामले में कांकेर विधायक और संसदीय सचिव शिशुपाल शोरी ने कहा घटना दिसंबर की है, इसकी जानकारी स्थानीय अधिकारी को भी थी, लेकिन घटना को दबाया गया। संबंधित एनजीओ और मारपीट करने वाली महिला पर भी कार्रवाई की जाएगी, जल्द ही एफआईआर भी किया जाएगा। जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद होगी कार्रवाई। बच्ची के साथ मारपीट की घटना भयावह है।
इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)
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