छत्तीसगढ़ (भोजेंद्र वर्मा)। कहते जब जुनून सिर चढ़कर बोलने लगता है तो उसमें कामयाबी मिलना तय हैं। जब कोई एक सफल होता है, उसके रास्ते पर और लोग किस्मत आजमाते हैं। कुछ ऐसी ही कहानी छत्तीसगढ़ के एक गांव की है। जहां आज सभी यूट्बर हो गए है। क्या बच्चे, जवान और बुजुर्ग तक इसे पेशा के रूप में अपना लिए हैं। नतीजा रायपुर से सटे गांव तुलसी तिल्दा (Village Tulsi Tilda) के घर में यूट्बर (YouTubers ) हो गए हैं। इनकी कमाई हर लाखों से अधिक हो गई है। यहां के युवा आपने रोजमर्रा के कामो के साथ साथ यूट्यूब में छत्तीसगढ़ी कॉमेडी का वीडियो बना कर छत्तीसगढ़ के लोगों को हंसा रहे साथ ही पैसे भी कमा रहे हैं।
आमतौर पर ग्रामीण इलाके में लोग खेती-बाड़ी, पशुपालन या छोटी-मोटी दुकानें ही उनकी आजीविका का साधन होता है। लेकिन अब समय बदलने के लगा हैं। आधुनिक युग में सोशल मीडिया अब कमाई का जरिया भी बन गया है। आजकल लोग अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर विडियों अपलोड करके पैसे कमा रहे हैं जैसे यूट्यूब से पैसे कमाना। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन गया है। जहां लोग अब पढ़ाई के साथ-साथ पैसे भी कमा रहे हैं। आजकल यूट्यूब सिर्फ मनोरंजन या शिक्षा के लिए नहीं है बल्कि पैसा कमाने का एक प्लेटफॉर्म भी बन गया है।
दुनिया भर में लाखों लोग यूट्यूबर्स के रूप में अपना करियर बना रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने शहरों में ही नहीं बल्कि गांवों तक हुनर को मौका दिया है. छत्तीसगढ़ के तुलसी गांव के हर घर में एक सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर निकल रहा है। छत्तीसगढ़ का इस यूट्यूबर गांव में रोज़ाना तैयार हजारों वीडियो तैयार होते हैं। लाखों की संख्या में रील्स बनते हैं. इतना ही नहीं यहां 85 साल की दादी और 15 साल का पोता एक साथ एक्ट भी करते नजर आते हैं। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगभग 45 किलोमीटर दूर तिल्दा इलाके में बसा तुलसी गांव किसी दूसरे गांव की ही तरह है. लेकिन सोशल मीडिया में यहां रहने वालों की मौजूदगी इसे ज्यादा ख़ास बनाती है। इस गांव की आबादी लगभग 3 हजार है और यहां 1 हजार से ज्यादा यूट्यूबर्स हैं.
तुलसी गांव 85 साल की महिला बिसाहिन और 15 साल के राहुल बताते हैं कि तुलसी गांव में रहने वाले यूट्यूबर्स की ख़ास बात ये हैं कि हर किसी का अपना यूट्यूब चैनल है। लेकिन एक दूसरे के वीडियो बनाने से लेकर एक्ट और अन्य तकनीकी जरूरतों को पूरा करने के लिए सब एक दूसरे की मदद करते हैं. तुलसी गांव में जो युवा वीडियो बनाने के काम में लगे हैं,उनमे से अधिकांश कॉमेडी वीडियो बनाते हैं। सभी को कपिल शर्मा का शो बेहद पसंद हैं। इसलिए आस पास के लोग कहते हैं कि यह लाफ्टर चैम्पियंस का गांव है।
इस गांव की लगभग 30% आबादी YouTubers बन गए हैं, जो आजीविका कमाने के लिए वीडियो बनाते हैं। ज्ञानेंद्र शुक्ला एसबीआई में एक नेटवर्क इंजीनियर के रूप में काम करते थे, जहां उन्होंने यूट्यूब वीडियो देखा और अपनी खुद की वीडियो बनाने का फैसला किया। अभी उन्होंने अपने चैनल पर 250 से अधिक वीडियो बनाए हैं। उनके चैनल पर 1.15 लाख सब्सक्राइबर है।
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