कांग्रेस में फूट रहे ‘विवादों’ के टाइम बम! लोकसभा चुनाव में ‘डैमेज कंट्रोल’ बेकाबू

छत्तीसगढ़ में अब लोकसभा का चुनावी दौर अपने अंतिम चरण में है। इसके बावजूद कांग्रेस में पार्टी छोड़ने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।

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  • Updated On - May 2, 2024 / 04:35 PM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ में अब लोकसभा का चुनावी दौर अपने अंतिम चरण में है। इसके बावजूद कांग्रेस में पार्टी छोड़ने का सिलसिला (Process of leaving the party in Congress) थमने का नाम नहीं ले रहा है। हो सकता है कि चुनाव के बाद भी कांग्रेस के लगभग 75 फीसदी कार्यकर्ता और पदाधिकारी या संगठन के लोग बीजेपी में शामिल (Join BJP) हाे जाए। इसके पीछे वजह है कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद भी पूर्व सीएम भूपेश बघेल को सक्रिय कर रखा है। उनके ही चेहरे पर लोकसभा चुनाव के मैदान में हैं। इसके चलते कांग्रेस में पूर्व की भांति गुटबाजी की वजह से कांग्रेस के पुराने दिग्गज और कार्यकर्ताओं का पार्टी से मोह भंग हो गया है। भाजपा का आरोप है कांग्रेस में भूपेश के खिलाफ करंट दौड़ रहा है। ऐसे में अगर सरसरी तौर पर भी निगाह डाला जाए तो हजारों लोगों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है।

  • विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा के बजाए कांग्रेस के आरोप-प्रत्यारोप का ऐसा दौर चला कि पार्टी ही बिखरती चली जा रही है। इसे रोकने के लिए कांग्रेस ने नेताओं की एक टीम भी बनाई। जिन्हें रूठे हुए नेताओं को मनाने का जिम्मा सौंपा गया था। लेकिन वह तरीका भी कामयाब नहीं हुआ। बल्कि और तेजी से कांग्रेसी बीजेपी में शामिल होने लगे। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता अब प्रदेश संगठन और चुनावी चेहरे को लेकर बदलाव चाहते हैं। लेकिन एेसा नहीं होता देख कांग्रेस के अधिकांश नेता या तो घर बैठे हैं या वे बीजेपी में शामिल हो चुके हैं।

-जब कांग्रेस के लोग ही अपनी पार्टी को घेरने में जुट गए

चुनावी हार के लिए कांग्रेस के बड़े-बड़े जिम्मेदारों ने कहा था, कि कांग्रेस गुटबाजी की वजह से सत्ता से बाहर हो गई। इसमें टिकट वितरण में लेकर पार्टी में फंड के गबन के आरोपों ने कांग्रेस बहुत ही बुरी तरह से डैमेज किया। टिकट नहीं पाने वाले पूर्व विधायक कांग्रेस के चुनाव हारने के लिए भूपेश बघेल और कांग्रेस में चल रही गुटबाजी को जिम्मेदार बताया था। इसके बाद कांग्रेस में पार्टी छोड़ने वालों की तादात बढ़ती ही चली गई, जो लोकसभा चुनाव के अंतिम दौर में भी जारी है।

राधिका खेड़ा के बयान और उनके रोने की विडियो से बड़ा फर्क

कल ही कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्त राधिका खेड़ा ने राजीव भवन में संचार विभाग के पदाधिकारी पर बतमीजी करने का आरोप लगाते हुए एक विडियो जारी कर दिया। इसके बाद तो राधिका जी ने अपनी भावनाएं सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर व्यक्त करती दिख रही हैं। ऐसे में आज भी यह कहा जा सकता है कांग्रेस में आपसी तालमेल की भारी कमी है। इसके चलते बीच-बीच में टाइम बम की तरह विवाद फूट रहे हैं। इससे कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में खासतौर पर बड़े नुकसान का अंदेशा है। क्योंकि बीजेपी कांग्रेस को हर मुद्दे पर बड़े ही आक्रामक तरीके से घेरती जा रही है। ऐसे में जाहिर है कि बीजेपी यहां की 11 की 11 लोकसभा की सीटों पर जीत हासिल कर लें। वैसे ये तो 4 जून को ही पता चल पाएगा।

इन विवादों ने कांग्रेस का नहीं छोड़ा पिंड

  • 1-पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप
  • 2-विधानसभा चुनाव में गुटबाजी के चलते कांग्रेस में बिखराव
  • 3-हार के बाद नेता एक दूसरे पर लगाने लगे आराेप
  • 3-मंत्री तक रहे नेता ने कहा-सभी अपना-अपना चलाने में निपटे
  • 4-कांग्रेस के ही पदाधिकारी ने कहा, पार्टी के फंड में गबन
  • 5-दिल्ली टिकट नहीं पाने वाले पूर्व विधायकों का दिल्ली जाना
  • 6-भूपेश बघेल का पार्टी में हस्तपक्षेप अधिक होने का आरोप, कांग्रेसियाें द्वारा लगाना
  • 7-पीएम मोदी को लेकर अनर्गल टिप्पणी, उनके सिर फोड़ने वाला बयान
  • 8-बाद में बयान देने वाले नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत द्वारा उनके मायने बदलने की बात कहते हुए माफी मांगना
  • 9-मुद्दों की बात करने के बजाए पीएम पर आए दिन हेट स्पीच
  • 10-अब कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा द्वारा संचार विभाग में बदसलूकी का आरोप लगाना, रोते हुए विडियो वायरल होना
  • 11–इसके अलावा कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं द्वारा ही बीजेपी में शामिल होने के बाद सक्रिय होना और उनका कांग्रेस पर आरोप लगाना

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