झीरम घाटी हमले का सच: 12 साल बाद कांग्रेस का बड़ा खुलासा, टीएस सिंहदेव बोले – “ये नक्सली हमला नहीं, सुनियोजित राजनीतिक साजिश थी”
By : ira saxena, Last Updated : May 25, 2025 | 8:49 pm

रायपुर: छत्तीसगढ़ के बस्तर ज़िले की झीरम घाटी (Jheeram Ghati) में 25 मई 2013 को हुए भयावह हमले की बरसी पर कांग्रेस ने इस घटना को लेकर बड़ा खुलासा किया है। झीरम कांड को लेकर कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में ‘शहीद दिवस’ मनाया और अपने दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने एक ऐसा बयान दिया, जिसने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
सिंहदेव ने साफ कहा, “मैं स्पष्ट रूप से मानता हूं कि झीरम घाटी हमला कोई नक्सली हमला नहीं था, बल्कि यह कांग्रेस नेताओं की हत्या के लिए रची गई एक सुनियोजित साजिश थी।”
गौरतलब है कि इस हमले में तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल समेत 29 लोग मारे गए थे, जिनमें कांग्रेस कार्यकर्ता और सुरक्षा बलों के जवान शामिल थे।
टीएस सिंहदेव ने इस घटना में एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि, “मैं परिवर्तन यात्रा का प्रभारी था, लेकिन एनआईए ने आज तक मुझे पूछताछ के लिए नहीं बुलाया। जब हमला हुआ, उस वक्त हमला करने वालों द्वारा नंदकुमार पटेल का नाम पूछना यह दर्शाता है कि उन्हें टारगेट कर यह घटना की गई थी।”
उन्होंने कहा कि, “यह हमला ऐसे लोगों द्वारा करवाया गया था जो नहीं चाहते थे कि चुनाव में कांग्रेस की जीत हो। इसीलिए नंदकुमार पटेल जैसे नेताओं को रास्ते से हटाने का षड्यंत्र रचा गया।”
सिंहदेव के इस बयान ने झीरम घाटी हमले को लेकर नई बहस को जन्म दे दिया है। कांग्रेस पहले भी हमले को लेकर सवाल उठाती रही है, लेकिन पहली बार किसी बड़े नेता ने इसे “राजनीतिक साजिश” कहकर खुलकर आरोप लगाए हैं।
अब देखना होगा कि सिंहदेव के इस बयान के बाद राज्य और केंद्र की राजनीति में क्या प्रतिक्रिया सामने आती है और क्या इस केस की दोबारा जांच की मांग जोर पकड़ती है।
झीरम घाटी की वह दर्दनाक याद छत्तीसगढ़ कभी नहीं भुला पाएगा।
2013 में हुए नक्सली हमले में शहीद हुए हमारे वरिष्ठ कांग्रेस नेता और प्रिय साथियों — श्री नंद कुमार पटेल, श्री विद्याचरण शुक्ल, श्री महेंद्र कर्मा, श्री उदय मुदलियार, श्री गोपी माधवानी, श्री योगेन्द्र शर्मा, श्री दिनेश… pic.twitter.com/0M96q4wO0M
— T S Singhdeo (@TS_SinghDeo) May 25, 2025