‘TS सिंहदेव’ ने छोड़े BJP पर सियासी बाण, ED भी निशाने पर, देखें VIDEO
By : madhukar dubey, Last Updated : February 16, 2023 | 4:42 pm
साथी से संबोधन का अर्थ है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में भूपेश और टीएस सिंहदेव को सियासी गलियारों में जय और वीरू की जोड़ी कही जाती थी। लेकिन किन्हीं कारणवश दोनों में दूरियां होने की बात सरेआम थी। लेकिन ये तो सच है कि जब पार्टी के मान-सम्मान की हो तो इस घड़ी में साथ-साथ रहना भी सैंद्धांतिक रूप से सही भी है। बहरहाल, इनके साथ होने के बाद बीजेपी की चुनावी राहें आसान नहीं होगी।खैर, आइए जानते हैं, आज क्या कुछ स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव मीडिया से कहा।
सवाल-ईडी की छापेमारी से कहीं अधिवेशन में बाधा डालने की कोशिश तो नहीं
जवाब-सही बात है, दोनों तरफ से देखा जाना चाहिए। ईडी को अगर लग रहा है राजनीतिक है, तो उसको जांच बंद करनी चाहिए। अगर गलत है तो ठीक है। लेकिन उसे राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए। ईडी हो कोई भी जांच एजेंसी उसका उपयोग राजनीतिक नहीं होना चाहिए। ईडी के इस्तेमाल के सवाल पर कहा, अभी हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को तोता तक कह दिया था।
सवाल- क्या ित्रपुरा में कांग्रेस की जीत होने वाली है
जवाब–कहा, निश्चित रूप से हर व्यक्ति उम्मीद करता है। हम भी उम्मीद करते हैं। वहां कांग्रेस की सरकार की बनेगी। मुझे पूरा विश्वास है। वहां दो भाग है एक मैदानी इलाका, जहां 40 सीटें है। दूसरा ट्राइबल एरिया। लेकिन जिसकी ट्राइबल एरिया में ज्यादा सीटें निकलेगी, उसी की सरकार बनेगी। हम वहां जीतेंगे।
सवाल-कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का अधिवेशन स्थल पर लगाए गए पोस्टर में उनका फोटो नहीं, ऐसे में कांग्रेस को हटाने के लिए आदेश जारी करने पड़े
जवाब—इसमें व्यक्तिगत तौर पर पोस्टर लगे थे। राष्ट्रीय अधिवेशन का एक प्रोटोकाल है। ये प्रदेश कमेटी ही निर्णय करती है किसी विशेष क्षेत्र में किसका पोस्टर रहेगा। उसमें किसी फोटो रहेगी। क्योंकि राष्ट्रीय स्तर के आयोजन का अलग पोस्टर लगेगा।