–गन्ने के बगास से कागज निर्माण एवं दूधिया पौधे के प्रयोग से महिलाओं की अनेक बीमारियों को दूर करने वाले मॉडल का चयन
–इंस्पायर अवार्ड मानक में 60 लाख छात्रों के बीच से हुआ चयन
कवर्धा। भारत सरकार के द्वारा द्वारा छात्रों में वैज्ञानिक सोच को विकसित करने हेतु पूरे देश भर के 60 लाख छात्रों के द्वारा इंस्पायर अवार्ड (Inspire Award)की प्रतियोगिता में भाग लिया था, जिसमें वे अपनी नवीन वैज्ञानिक सोच के मॉडल को ऑनलाइन भेजना होता है, इस कठिन प्रतिस्पर्धा में कवर्धा विकासखंड के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला धमकी के दो छात्राओं का(Two girl students of Government Pre-Secondary School, Thamithi) चयन हुआ है।
इस वैज्ञानिक मॉडल को तैयार करने व मार्गदर्शक शिक्षक दिनेश ठाकुर के नेतृत्व में यह मॉडल तैयार किया गया था। जिसमें विद्यालय की कामोदिनी मरकाम जो कक्षा आठवीं की छात्रा हैं। कामोदिनी ने गांव में मिलने वाले दूधिया पौधे के प्रयोग से महिलाओं में हो रहे अनुवांशिक बीमारी तथा महिलाओं में अनेक बीमारियों को दूर करने का एक वैज्ञानिक सोच विकसित किया था, साथ ही साथ राजकुमारी राजपूत वो भी कक्षा आठवीं को छात्रा है। उसने जिस प्रकार से कवर्धा में गन्ने के उत्पादन बहुत ज्यादा होता है, और उसके बगास का उपयोग सही ढंग से नहीं किया जाता है, और उस कचरे रूपी बगास से गुणवत्ता पूर्ण कागज का निर्माण कर आने वाले समय में कागज की कमी को दूर करने का मॉडल भारत सरकार को इंस्पायर अवार्ड के लिए दिया था ,जिसका शासन ने चयन किया।
कामोदिनी मरकाम के पिता नहीं है ,माताजी अन्य शहर में पलायन हैं। वहीं जाकर मजदूरी करती है और कामोदनी दादा-दादी के अकेले रह कर पढ़ाई करती है , राजकुमारी के माता पिता भी मजदूरी और कृषि करते है,इतने अभाव में होने के बाद भी ऐसे बच्चियों का चयन होना एक प्रकार से गर्व का विषय है।
इंस्पायर अवार्ड भारत सरकार हर साल आयोजित करती है, और इसमें जो छात्र का चयन होता है ,उन्हें भारत सरकार के द्वारा 10000 की राशि दी जाती है ,इन दो बच्चियों को भी भारत सरकार के द्वारा उनके खाते में 10-10 हजार की राशि दी जाएगी।
इतने कठिन प्रतिस्पर्धा में सरकारी स्कूल के ब’चों के चयन से होने पूरे ग्राम धमकी में और स्कूल में खुशी का माहौल है सभी गांव वालों ने बेटियों को बधाई दी ,विद्यालय की प्रधान पाठिका का सीमा सिंह राजपूत ,विमल कौशिक ,दिनेश ठाकुर व समस्त विद्यालय परिवार ने बेटियों को बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं दी।
यह भी पढ़ें: सुबह उठते ही लोग क्यों पीते हैं पानी? क्या है इसका दिमाग से कनेक्शन!