अनूठा कृषि पंचाग : ‘खेती-किसानी’ के लिए उपयोगी! कृषि मंत्री नेताम ने किया लांच

By : madhukar dubey, Last Updated : January 10, 2024 | 5:58 pm

  • छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए उपयोगी है कृषि पंचांग: मंत्री रामविचार नेताम
  • कृषि मंत्री ने कृषि विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित कृषि पंचांग – 2024 का किया विमोचन
  • रायपुर। कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने आज यहां बीज निगम कार्यालय में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित कृषि पंचांग – 2024 (Agricultural Almanac – 2024) का विमोचन किया। नेताम ने कृषि पंचांग के प्रकाशन हेतु इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल एवं उनके सहयोगियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।

    कृषि रामविचार मंत्री नेताम (Agriculture Ramvichar Minister Netam) ने कहा कि कृषि पंचांग में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे अनुसंधान एवं विस्तार कार्याें के साथ ही नवीनतम कृषि प्रौद्योगिकी तथा किसानों के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जाकारियों का समावेश किया गया है, जो किसानों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि कृषि विश्वविद्यालय प्रदेश के किसानों के हित में इसी प्रकार निरंतर कार्य करता रहेगा।

    इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने कृषि मंत्री को विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित कृषि पंचांग 2024 के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विगत 20 वर्षों से कृषि पंचांग एवं कृषि दर्शिका का प्रकाशन किया जा रहा है। जिसमें विभिन्न किसानोपयोगी जानकारियों का समावेश होता है।

    उन्होंने बताया कि कृषि पंचांग में वर्ष के 12 महीनों के कैलेन्डर एवं पंचांग के साथ-साथ किसानों के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे अनुसंधान, विकास तथा विस्तार कार्याें, विभिन्न फसलों की नवीन उन्नत किस्मों, प्रमुख अनाज, दलहन, तिलहन, फल, फूल, सब्जी, मसाला आदि फसलों की कृषि कार्यशाला एवं उत्पादन तकनीक, नवीनतम कृषि प्रौद्योगिकी, कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित कृषि महाविद्यालयों तथा कृषि विज्ञान केन्द्रों की प्रमुख गतिविधियों को शामिल किया जाता है। विमोचन समारोह में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री जी.के. निर्माम, निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. अजय वर्मा, संचालक अनुसंधान डॉ. विवेक कुमार त्रिपाठी, डॉ. के.एल. नंदेहा, डॉ. ज्योति भट्ट, डॉ. दीप्ति झा, डॉ. जी.पी. आयाम एवं डॉ. देव प्रकाश पटेल उपस्थित थे।

    यह भी पढ़ें : सौर सुजला योजना : लक्ष्य में ‘फिसड्डी इकाईयों’ पर कसेगी नकेल! जारी होगी नोटिस