Untold Story : ट्रांसजेंडरों की सरकारी ‘नौकरियों’ में बढ़ी भागीदारी! भूपेश सरकार में बदले हालात
By : hashtagu, Last Updated : September 18, 2023 | 2:15 pm
- इसकी मिसाल के तौर पर पखांजुर में कोयलीबेड़ा ब्लॉक के शासकीय हायरसेकेंडरी स्कूल ऐसेबेड़ा में लिपिक पद पर कार्यरत ट्रांसजेंडर लिली विश्वास बताती हैं कि 1986 में उन्हें कई मुश्किलों के बाद भृत्य पद पर नौकरी मिली थी। जबकि वो अन्य लोगों की तुलना में तब ज़्यादा पढ़ी लिखी थी। फिर भी उन्हें भृत्य पद दिया गया। क्योंकि उस समय ट्रांसजेंडरों के लिए कोई विशेष स्थान शासकीय नौकरियों में नहीं थी।
ट्रांसजेंडरों के लिए प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने सोचा और उनके लिए एक विशेष स्थान निर्धारित किया। जिससे अब समाज में ट्रांसजेंडर भी शासकीय नौकरियों में अपना स्थान बनाकर समाज में सम्मान के साथ सर उठाकर जी पायेंगे। ट्रांसजेंडरों के साथ भूपेश सरकार ने सभी भेदभाव समाप्त करने का प्रयास किया है। इससे अब ट्रांसजेंडर भी शिक्षा की दिशा में आगे बढ़ते हुए अपने जीवन स्तर को ऊंचा बनायेंगे। छत्तीसगढ़ सरकार की इस सोच से घर-घर जाकर पैसे मांगकर अपना पेट पालने वाले ट्रांसजेंडर अब स्वालंबी होकर अपना और अपने परिवार का पेट सम्मान के साथ पालेंगी। ट्रांसजेंडर लिली विश्वास ने छत्तीसगढ़ सरकार के इस सोच की सराहना करते हुए प्रदेश मुखिया भूपेश बघेल को समस्त ट्रांसजेंडरों की ओर से विशेष आभार जताया हैं।
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