छत्तीसगढ़। भूपेश सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान समाज के हर वर्ग में अमूलचूल परिवर्तन लाई है। इसमें चाहे जनकल्याणकारी योजनाएं हो या सभी वर्गों के हक दिलाने की बात हो। ऐसा ही समाज में ट्रांसजेंडरों (Transgenders) वर्ग भी है, जो अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है कि उन्हें भी समाज में बराबरी का हक मिले। उनके सपने को पूरा करने में कहीं न कहीं भूपेश सरकार (Bhupesh Sarkar) भी प्रयासरत है। यही वजह है कि अब छत्तीसगढ़ के विभिन्न सरकारी कार्यालयों में ट्रांसजेंडरों को भी नौकरी मिलने लगी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप ट्रांसजेंडरों के लिए न सिर्फ कई योजनाएं बनायीं हैं बल्कि अब शासकीय नौकरियों में उनके लिए विशेष रिक्त पद भी निकाले जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में अब ट्रांसजेंडर न केवल शासकीय नौकरियों से जुड़ रही हैं बल्कि पुलिस जैसी सेवा में भी अब ट्रांसजेंडरों की भर्ती हो रही हैं ।
ट्रांसजेंडरों के लिए प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने सोचा और उनके लिए एक विशेष स्थान निर्धारित किया। जिससे अब समाज में ट्रांसजेंडर भी शासकीय नौकरियों में अपना स्थान बनाकर समाज में सम्मान के साथ सर उठाकर जी पायेंगे। ट्रांसजेंडरों के साथ भूपेश सरकार ने सभी भेदभाव समाप्त करने का प्रयास किया है। इससे अब ट्रांसजेंडर भी शिक्षा की दिशा में आगे बढ़ते हुए अपने जीवन स्तर को ऊंचा बनायेंगे। छत्तीसगढ़ सरकार की इस सोच से घर-घर जाकर पैसे मांगकर अपना पेट पालने वाले ट्रांसजेंडर अब स्वालंबी होकर अपना और अपने परिवार का पेट सम्मान के साथ पालेंगी। ट्रांसजेंडर लिली विश्वास ने छत्तीसगढ़ सरकार के इस सोच की सराहना करते हुए प्रदेश मुखिया भूपेश बघेल को समस्त ट्रांसजेंडरों की ओर से विशेष आभार जताया हैं।
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