पहले अंग्रेजी अभिभाषण और किसानों के आत्महत्या पर हंगामा! कार्यवाही गुरुवार तक स्थगित

By : hashtagu, Last Updated : December 20, 2023 | 3:23 pm

रायपुर। राज्यपाल के अंग्रेजी में दिए गए अभिभाषण पर रोका-टोकी हुई। उसके बाद विपक्ष ने किसान के अत्महत्या (Farmer’s suicide)  का मुद्दा उठाया। फिर द्वितीय अनुपूरक बजट पर चर्चा के लिए गुरुवार का दिन निर्धारित किया गया है। इससे पहले राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन (Governor Vishwabhushan Harichandan) का अभिभाषण हुआ। इसके बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सदन पटल पर दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया।

  • राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने अंग्रेजी को लेकर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि किसी को अंग्रेजी समझ नहीं आ रही है। इसलिए भाषण पढ़ा हुआ मान लिया जाए। इसी बीच किसान आत्महत्या और दो लाख के बोनस के मुद्दे पर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया।

राज्यपाल ने अंग्रेजी में दिया भाषण

राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने अंग्रेजी में अपने अभिभाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की छठवीं विधानसभा के प्रथम सत्र में आप सभी नवनिर्वाचित सदस्यों का हार्दिक स्वागत और अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के इस पावन मंदिर में नवनिर्वाचित विधानसभा सदस्य के रूप में आपका अभिवादन करता हूं।

साथ ही हमारे देश के महान संविधान, संवैधानिक-लोकतांत्रिक मूल्यों और आदर्श परंपराओं के प्रति अपना आदर भाव व्यक्त करता हूं, जिनके कारण आज इस सदन में आपको संबोधित करने का अवसर मिला है।

अंग्रेजी में भाषण पर विपक्ष का टोका-टोकी

राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन अंग्रेजी में भाषण दे रहे थे। हालांकि हिंदी में भाषण की प्रति सभी सदस्यों को बांटी जा चुकी थी। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें बीच में टोकते हुए कहा कि सदन में अंग्रेजी समझने वाले लोग कम हैं। हिंदी में अभिभाषण की प्रति सबके पास है, इसलिए इसे पढ़ा हुआ मान लिया जाए।

किसान आत्महत्या पर विपक्ष का हंगामा

राज्यपाल का भाषण चल रहा था, इसी बीच विपक्ष के सदस्यों ने सदन में किसान आत्महत्या और किसानों को दो साल का बोनस देने का मुद्दा जोर-शोर से उठाया।

हंगामे के बीच राज्यपाल ने पूरा किया भाषण

राज्यपाल ने विपक्ष के हंगामे को अनसुना करते हुए अपना भाषण जारी रखा। उन्होंने कहा कि मैं भारत निर्वाचन आयोग, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ और उन हजारों अधिकारियों-कर्मचारियों को साधुवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया को बहुत अच्छी तरह से संपन्न कराने में अपना अमूल्य योगदान दिया।

नक्सल क्षेत्रों में मतदान से जनता का मनोबल बढ़ा

बहुत से नक्सलवाद प्रभावित विधानसभा क्षेत्रों में मतदान के अच्छे आंकड़े ये साबित करते हैं कि अपने लोकतंत्र की रक्षा के लिए ग्रामीण और वन अंचल में रहने वाली जनता का मनोबल मजबूत हुआ है। मैं चाहूंगा कि मेरी सरकार के जनहितकारी कार्यों से उनका विश्वास लगातार मजबूत हो।

यह भी पढ़ें : राजनांदगांव : 8 लाख से अधिक लोगों का बनाया गया आयुष्मान कार्ड