यूपीएसी 2024 : छत्तीसगढ़ की मेधा का बजा डंका, बिलासपुर की पूर्वा और बस्तर की मानसी हुईं चयनित…
By : hashtagu, Last Updated : April 22, 2025 | 5:56 pm
रायपुर। (UPSC 2024 🙂 यूपीएसी की परीक्षा में छत्तीसगढ़ के प्रतिभावान बेटियों और बेटों ने अपनी मेधा शक्ति का डंका बजा दिया है। इस कड़ी परीक्षा में उन्होंने योजनाबद्ध तरीके तैयारी कर सफलता पाई है। बिलासपुर की रहने वाली पूर्वा अग्रवाल को 65वां रैंक (Poorva Aggarwal got 65th rank) मिला है. मुंगेली के अर्पण चोपड़ा ने 313वां रैंक हासिल किया है। वहीं बस्तर के जगदलपुर की मानसी जैन ने 444वीं रैंक और अंबिकापुर के केशव गर्ग ने 496वीं रैंक हासिल किया है। परीक्षार्थी अपना रिजल्ट आयोग की आधिकारिक वेबसाइट ह्वश्चह्यष्.द्दश1.द्बठ्ठ पर जाकर देख सकते हैं।
पूर्वा अग्रवाल को दो बार मिल चुकी सफलता
बिलासपुर की रहने वाली पूर्वा अग्रवाल ने इस बार 65वीं रैंक हासिल की है। इससे पहले 2023 में वे ढ्ढक्कस् चयनित हुई थी, उन्हें छत्तीसगढ़ कैडर मिला था. तब उन्हें 2023 में 189वीं रैंक मिली थी। लगातार दो बार सफलता प्राप्त करना पूर्वा की मेहनत और समर्पण को दर्शाता है।
कांग्रेस पार्षद का भाई है अर्पण चोपड़ा
मुंगेली के अर्पण चोपड़ा ने क्कस्ष्ट 2024 के फाइनल रिजल्ट में 313वां रैंक हासिल किया है. अर्पण चोपड़ा मुंगेली नगर पालिका के कांग्रेस पार्षद विनय चोपड़ा के भाई हैं. फिलहाल वो दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं।
दूसरी बार में मानसी जैन को मिली सफलता
जगदलपुर के निर्मल विद्यालय से पढ़ी मानसी जैन ने यूपीएससी क्रैक की है। उन्होंने 444वीं रैंक हासिल कर अपने जिले और पूरे छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया है। 2014 में वे एमटेक आईआईटी धनबाद से की, जिसके बाद वे दिल्ली के जीतो संस्था में यूपीएससी की कोचिंग ली। मानसी पिछले साल भी यूपीएससी क्रैक कर चुकी थी, लेकिन यूपीएससी के इंटरव्यू में वे सफल नहीं हुई थी। दूसरे अटेम्ट में वे सफलता हासिल की है. उनके पिता मुकेश कुमार जैन, माता कीर्ति जैन समेत पूरे परिवार ने मानसी की सफलता पर खुशी जाहिर की है। बता दें कि मानसी बचपन से ही जगदलपुर के विजय वार्ड में रही है। उनके पिता मुकेश जैन शिक्षक हैं. वे प्रधान अध्यापक के पद पर जगदलपुर विकासखंड में पदस्थ हैं।
सीमित संसाधनों में भी पा सकते हैं सफलता : केशव गर्ग
सरगुजा संभाग के अंबिकापुर में पढ़ाई कर चुके नालंदा के छात्र केशव गर्ग ने 496वीं रैंक हासिल किया है। उन्होंने बताया कि सीमित संसाधनों में रहकर भी मजबूत रणनीति से क्कस्ष्ट जैसी कठिन परीक्षा को पास किया जा सकता है।




