अंबिकापुर में राष्ट्रपति मुर्मू का संबोधन: महिलाओं को समाज की धरोहर बताया, पंडो जनजाति को कार्यक्रम में रोकने पर गुस्सा

By : dineshakula, Last Updated : November 20, 2025 | 4:54 pm

अंबिकापुर, छत्तीसगढ़ – राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने अंबिकापुर में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में कहा कि महिलाएं समाज की धरोहर हैं और जब महिलाएं आगे बढ़ती हैं, तो समाज का विकास तेज़ी से होता है। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों का ‘जीना हराम’ कर दिया था और अंग्रेजों को सिर्फ वही दिखाई देते थे।

राष्ट्रपति ने कहा कि वे खुद जनजाति समाज से आती हैं और आदिवासी संस्कृति को पहले भी जीती थीं और आज भी जी रही हैं। उन्होंने कहा कि जल, जंगल और जमीन के साथ आदिवासी संस्कृति को सहेजने और बढ़ावा देने की जरूरत है। कार्यक्रम में उन्होंने आदिवासी युवाओं को सम्मानित किया। साथ ही मुख्यमंत्री वैद्यराज सम्मान योजना और मुख्यमंत्री ग्राम अखरा विकास योजना की शुरुआत की। इसके अलावा राष्ट्रपति ने 70 साल पहले डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा गोद लिए गए बच्चों से भी मुलाकात की।

कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे पंडो जनजाति के लोगों को सरगुजा में सिंगी टाना टोल प्लाजा के पास प्रशासन ने रोक दिया, जिससे जनजाति समुदाय में भारी नाराजगी देखी गई। ये लोग लखनपुर विकासखंड के ग्राम परसोडी कला से पहुंचे थे।

CM विष्णुदेव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के घरों तक बिजली पहुंची है और बस्तर में नक्सलवाद की कमर टूट चुकी है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों का तेज़ी से विकास हो रहा है और बस्तर के लोगों को अब नियमित रूप से राशन मिल रहा है। राज्यपाल रामेन डेका ने कहा कि बिरसा मुंडा एक महान वीर थे, जिनकी विरासत को हमेशा याद रखा जाएगा।

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि आदिवासी संस्कृति और सभ्यता बेहद खूबसूरत है और इसे प्रमोट करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वे जब भी ऐसे कार्यक्रमों में जाती हैं, तो जनजाति परिवारों और विशेष रूप से महिलाओं से मिलकर प्रसन्नता होती है। उन्होंने जोर दिया कि स्थानीय स्तर पर शिक्षा, स्वास्थ्य, जल, जंगल, जमीन और सांस्कृतिक संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।

राष्ट्रपति ने कहा कि छत्तीसगढ़, झारखंड और ओडिशा की दोस्ती बहुत पुरानी और गहरी है। उन्होंने बताया कि जनजाति समाज की विरासत इन राज्यों को एक सूत्र में बांधती है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ और ओडिशा के लोगों में ‘रोटी और बेटी का संबंध’ है, क्योंकि दोनों राज्यों के लोग एक-दूसरे से विवाह संबंध बनाते आए हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि 15 से 20 नवंबर तक अंबिकापुर में व्यापक स्तर पर जनजाति गौरव दिवस मनाया गया, जिसका देश की जनजाति विरासत में बड़ा योगदान है। उन्होंने गर्व व्यक्त किया कि वे जनजाति समाज की बेटी हैं और इस परंपरा को जीवनभर जीती आई हैं।