विहिप निकालेगी देशव्यापी ‘शौर्य जागरण’ यात्राएं! लव-जिहाद और धर्मांतरण के विरोध में

विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय प्रबंध समिति (Central Management Committee of Vishwa Hindu Parishad) की बैठक रविवार को रायपुर में संपन्न हुई।..

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  • Publish Date - June 25, 2023 / 08:11 PM IST

रायपुर। विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय प्रबंध समिति (Central Management Committee of Vishwa Hindu Parishad) की बैठक रविवार को रायपुर में संपन्न हुई। बैठक के बारे में बताते हुए विहिप के केंद्रीय कार्याध्यक्ष व वरिष्ठ अधिवक्ता आलोक कुमार ने बताया कि इसमें हिंदू परिवार व्यवस्था पर हो रहे चहुं तरफा प्रहारों तथा बढ़ती लव जिहाद व धर्मांतरण की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए एक व्यापक कार्य योजना बनी। इसके अंतर्गत बजरंग दल आगामी 30 सितंबर से 14 अक्टूबर के बीच देशव्यापी शौर्य जागरण यात्राएं (Countrywide Shaurya Jagran Yatras) निकालेगा। इन यात्राओं के माध्यम से देश के हर कोने मैं रहने वाले हिंदुओं को संगठित कर उन्हें इन समस्याओं से निपटने में सक्षम बनाया जाएगा। दीपावली के आस-पास पूज्य संतों के देश व्यापी प्रवासों के मध्यम से जन जन तक पहुंच बढ़ा कर व्यक्तियों को परिवारों से और परिवारों को सामाजिक व राष्ट्रीय जीवन मूल्यों से पुन: जोड़ा जाएगा।

हिंदू परिवार व्यवस्था पर आघातों को रोकने व धर्मांतरण पर प्रतिबंध लगाने के संकल्प के साथ पूरी हुई विहिप बैठक

हिंदू परिवार व्यवस्था पर बैठक में पारित प्रस्ताव की प्रति मीडिया को जारी करते हुए विहिप कार्याध्यक्ष ने कहा कि गत कुछ दशकों में हमारी सुदृण परिवार व्यवस्था पर मनोरंजन जगत, वामपंथी शिक्षाविदों व न्यायालयों के कुछ निर्णयों तथा भौतिकता वादी व भोगवादी मानसिकता ने गहरे आघात किए हैं। इनके कारण ‘व्यक्ति को परिवार, कुटुंब, समाज व राष्ट्र से जोड़ते हुए विश्व के कल्याण की कामना तक’ ले जाने वाली यह अनुपम व्यवस्था विखंडन की ओर बढ़ रही है।

बजरंग दल द्वारा देश व्यापी शौर्य जागरण यात्रा व संतों के व्यापक प्रवास हुए तय

प्रस्ताव में कहा गया है कि बच्चों में ‘संस्कारों का आभाव, युवा पीढ़ी की स्वच्छंदता और वृद्धों की दुरावस्था के मूल में परिवार व्यवस्था का क्षरण है।’ विहिप ने सरकारों से अनुरोध किया है कि ‘शिक्षा नीति बनाने से लेकर परिवार सम्बन्धी कानूनों का निर्माण करते समय’ इस व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में अपना रचनात्मक योगदान दें। प्रस्ताव में न्यायपालिका से भी अपेक्षा की गयी है कि वह अपने निर्णयों में इसका ध्यान रखें। हिन्दू परिवारों से भी यह कहा गया है कि एकल परिवारों में रहने को बाध्य व्यक्तियों को भी नियमित अंतराल पर अपने मूल परिवार से संपर्क, पूर्वजों के स्थानों से जुड़ाव, पारिवारिक सहभोज, कुटुंब एकत्रीकरण, सामूहिक भजन, दान, सेवा कार्य, उत्सवों, तीर्थाटन, मातृभाषा का प्रयोग, स्वदेशी का आग्रह इत्यादि पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। साथ ही यह भी कहा गया है कि त्याग, संयम, प्रेम, आत्मीयता, सहयोग व परस्पर पूरकता व संस्कारयुक्त जीवन ही सुखी परिवार की आधारशिला है। सम्पूर्ण समाज व विशेषकर युवा पीढ़ी से आह्वान किया है कि इस अनमोल व्यवस्था को अधिकाधिक ‘सजीव, प्राणवान, संस्कारक्षम’ बनाये रखने हेतु आवश्यक कदम उठायें।

बजरंग दल की शौर्य जागरण यात्राएं देश भर में ब्लॉक स्तर पर निकलकर युवा पीढ़ी को विशेष रूप से जोड़ा जायेगा। विहिप अपने बाल संस्कार केंद्रों के विस्तार के साथ गीता/रामायण आदि की परीक्षाएं भी आयोजित करेगी। बैठक में विदेशों से पधारे प्रतिनिधियों समेत देशभर से 44 प्रांतों के 237 पदाधिकारी उपस्थित थे।

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