विष्णुदेव ने चलाया विकास का सुदर्शन, नई बनेगी और पुरानी भी चमचमा उठेगीं सड़कें

By : madhukar dubey, Last Updated : October 1, 2024 | 4:53 pm

   रायपुर शहर टाटीबंध से तेलीबांधा के बीच बनेगा ग्रेड सेपरेटर, जाम की समस्या से निपटने बड़ा कदम

रायपुर। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी(Highway Minister Nitin Gadkari) ने छत्तीसगढ़ के लिए 11 हजार करोड़ रुपये की मंजूरी दी। इनके साथ बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर यह संभव हुआ है। सीएम साय ने प्रदेशक के सड़क परियोजनाओं(road projects) की रिपोर्ट सौंपी थी, जिसके आधार पर गडकरी ने प्रदेश को बड़ी सौगात दी है। ऐसे में अब प्रदेश में सड़कों की कनेक्टविटी सहित परिवहन मार्गों को संजाल बिछेगा। इनके निर्माण होने के बाद विकास को एक नई गति भी मिलेगी। केन्द्रीय सड़क निधि से 908 करोड़ के आठ कार्यों की स्वीकृति दी है।

   सड़कों के विकास से छत्तीसगढ़ की औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को मिलेगी नई दिशा- विष्णुदेव       साय

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यह छत्तीसगढ़ के विकास के लिए एक बड़ी सौगात है। छत्तीसगढ़ की औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को नई दिशा मिलेगी।” उन्होंने यह भी कहा कि सड़क नेटवर्क का विस्तार राज्य के ग्रामीण इलाकों की कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाएगा, जिससे स्थानीय लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन सभी परियोजनाओं की नियमित रूप से समीक्षा करें और समय पर कार्य पूरा करने के लिए हर आवश्यक कदम उठाएं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वे स्वयं इन परियोजनाओं की प्रगति पर नजर रखेंगे और हर सप्ताह इसकी रिपोर्ट तलब करेंगे, ताकि काम में कोई देरी न हो। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार पूरी निष्ठा से इन परियोजनाओं को समय सीमा के भीतर पूरा करेगी, जिससे राज्य के नागरिकों को बेहतर बुनियादी सुविधाएं मिल सकेंगी और विकास की गति तेज होगी।

उरगा-कटघोरा बाइपास, बसना से सारंगढ़ समेत 4 प्रमुख राज्यमार्गों के लिए परियोजनाएं

इसके साथ ही चार प्रमुख राजमार्गों के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाने की मंजूरी दी गई। बैठक में जिन चार मुख्य परियोजनाओं पर चर्चा हुई, उनमें उरगा-कटघोरा बाईपास, बसना से सारंगढ़ (माणिकपुर) फीडर रूट, सारंगढ़ से रायगढ़ फीडर रूट, और रायपुर-लखनादोन आर्थिक गलियारा शामिल हैं। इन परियोजनाओं की कुल लंबाई 236.1 किलोमीटर है। जिसके लिए केन्द्रीय मंत्री ने कुल 9208 करोड़ स्वीकृत किया है।

केशकाल घाट व धमतरी-जगदलपुर मार्ग चार लेन होगा

केशकाल घाट व धमतरी-जगदलपुर मार्ग के चार लेन चौड़ीकरण कार्य की भी मंजूरी दी गयी। एनएचएआई के अंतर्गत रायपुर-विशाखापट्टनम मार्ग एवं बिलासपुर-उरगा-पत्थलगांव मार्ग को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। वहीं, पत्थलगांव से कुनकुरी-झारखंड बॉर्डर मार्ग को एक माह के अन्दर एजेंसी निर्धारित करने के लिए निर्देशित किया गया।

टाटीबंध से तेलीबांधा और विधानसभा रोड से बिलासपुर रोड पर ग्रेड सेपरेटर

रायपुर शहर टाटीबंध से तेलीबांधा के बीच ग्रेड सेपरेटर व विधानसभा रोड से बिलासपुर रोड (धनेली) को जोडऩे वाले मार्ग एवं रायपुर एक्सप्रेस वे पर ग्रेड सेपरेटर बनाने की सहमति दी गई। इसके अलावा सड़कों के विकास के लिए 1200 करोड़ की अतिरिक्त राशि की स्वीकृति मिली है। रायपुर शहर के टाटीबंध से तेलीबांधा के बीच सरोना, उद्योग भवन और तेलीबांधा में ग्रेड सेपरेटर के निर्माण की भी मंजूरी मिली है, जिससे शहर में यातायात की भीड़ कम होगी।
विधानसभा रोड से बिलासपुर रोड (धनेली) और रायपुर-धमतरी मार्ग पर ग्रेड सेपरेटर : इन दोनों स्थानों पर भी ग्रेड सेपरेटर के निर्माण की सहमति दी गई है, जिससे यातायात का दबाव कम होगा और यात्रियों को सुविधा होगी।

पत्थलगांव से कुनकुरी-झारखंड बॉर्डर मार्ग

इस परियोजना के लिए एजेंसी का चयन एक महीने के भीतर किया जाएगा, ताकि सीमा क्षेत्र की कनेक्टिविटी को मजबूत किया जा सके।

प्रमुख परियोजनाएं

– उरगा-कोरबा कटघोरा रिंग रोड (42.1 किमी) – 1,593 करोड़ रुपये
– बसना से सारंगढ़ (33 किमी) – 490 करोड़ रुपये
– सारंगढ़ से रायगढ़ (56 किमी) – 825 करोड़ रुपये
– रायपुर-लखनादोन इकोनोमिक कॉरिडोर (105 किमी) – 6,300 करोड़ रुपये