विष्णु का सुशासन : पुलिस व अन्य सरकारी भर्तियों में 5 वर्ष की छूट

By : hashtagu, Last Updated : January 18, 2025 | 8:42 pm

  • सरकार का प्रमुख उद्देश्य समाज के हर वर्ग को समान अवसर प्रदान करना रोजगार के क्षेत्र में आने वाली बाधाओं को कम करना
  • रायपुर/ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार(Government of Chief Minister Vishnudev Sai) ने पुलिस विभाग सहित अन्य शासकीय भर्तियों में अधिकतम आयु सीमा में 05 वर्ष की छूट प्रदान (05 years relaxation in age limit provided)कर इस दिशा में एक सकारात्मक और दूरगामी कदम उठाया है। यह निर्णय समाज के उन वर्गों को राहत पहुंचा रहा है, जो उम्र सीमा के कारण रोजगार के अवसरों से वंचित रह गए थे। विष्णु देव साय सरकार ने राज्य की जनता का दर्द और उनकी जरूरतों को समझा है। सरकार का प्रमुख उद्देश्य समाज के हर वर्ग को समान अवसर प्रदान करना और रोजगार के क्षेत्र में आने वाली बाधाओं को कम करना ही होता है।

    आयु सीमा के कारण भर्तियों से न हो वंचित

    प्रदेश में बेरोजगारी लंबे समय से एक बड़ी समस्या रही है ऐसी दशा में जो उम्मीदवार केवल आयु सीमा के कारण सरकारी भर्तियों से वंचित रह जाता है। उनके दु:ख को राज्य के मुखिया ने बहुत नज़दीक से समझा है। यह छूट विशेष रूप से उन युवाओं के लिए राहत प्रदान करती है, जो थोड़े अधिक उम्र के हो गए हैं। मगर उनके पास नौकरी के लिए आवश्यक कौशल और योग्यता है। हाल के वर्षों में कोविड-19 महामारी और अन्य आर्थिक समस्याओं से रोजगार के अवसर काफ़ी सीमित हो गए थे। महामारी के दौरान भर्तियां ना के बराबर हो गईं थी, इसी दरमियान ये भी हुआ कि कई योग्य उम्मीदवार शासकीय सेवा के लिए निर्धारित आयु सीमा को पार कर गए थे। मिले हुए 05 वर्ष की इस छूट ने प्रभावित युवाओं को दूसरा मौका देकर उम्मीदों से भर दिया है। इस छूट का लाभ उठाने वाले राज्य के युवा वर्ग राज्य के मुखिया को आभार प्रकट करता नहीं थक रहा।

    कमजोर वर्गों को मुख्यधारा में शामिल करना

    आयु सीमा में छूट का उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों को मुख्यधारा में शामिल करना है। यह कदम आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों को सरकारी सेवाओं में अधिक भागीदारी के लिए प्रेरित करेगा। पुलिस विभाग में नौकरी के लिए शारीरिक और मानसिक फिटनेस की आवश्यकता होती है। आयु सीमा में छूट का मतलब है कि अब ज्यादा संख्या में योग्य उम्मीदवार, जो आयु सीमा के कारण आवेदन नहीं कर पा रहे थे, पुलिस बल में शामिल हो सकेंगे। ऐसे ही वे महिलाएं जो घरेलू जिम्मेदारियों या अन्य सामाजिक कारणों से सरकारी नौकरी के लिए समय पर आवेदन नहीं कर पाई थी उनके लिए भी आयु सीमा में छूट आशा की एक नई किरण लेकर आई है, अब वे भी अपनी क्षमता दिखा सकेंगी।

    आयु सीमा में छूट से अब ज्यादा संख्या में योग्य और अनुभवी उम्मीदवार शामिल हो सकेंगे, जिससे पुलिस बल अधिक विविध और मजबूत बनेगा। राज्य के मुख्य मंत्री ने इस बात पर भी गौर किया कि ग्रामीण और पिछड़े इलाकों के युवाओं को अक्सर नौकरी के लिए अवसरों की कमी होती है, आयु सीमा में छूट से इन क्षेत्रों के युवाओं को भी समान अवसर मिलेंगे। जिससे पुलिस बल में क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व बढ़ेगा और ग्रामीण परिवेश सुदृढ़ होगा।

    शासकीय भर्तियों में अधिकतम आयु सीमा में 05 वर्ष की छूट वाला यह कदम समाज के विभिन्न वर्गों को एक साथ लाने और उनके बीच भेदभाव को कम करने में भी मदद कर रहा है। विशेष रूप से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, और अन्य पिछड़े वर्गों के उम्मीदवार इस छूट का फायदा उठा सकेंगे। सरकारी नौकरियों में चयन होने से व्यक्तियों और उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा इससे समाज के कमजोर वर्गों को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी।

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