छत्तीसगढ़। BJP अपने नेताओं की हो रही हत्याओं का लेकर अब आक्रामक हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (Raman Singh) ने कहा, दाऊ भूपेश बघेल याद रखें कि हर एक हत्या का हिसाब होगा। इधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, रमन सिंह के समय इस तरह की हत्याओं पर वे कहते थे कि राजनीति नहीं होनी चाहिए। आज वैसे ही मामले में राजनीति देखने लगे। झीरम कांड के लिए रमन सिंह को नार्को टेस्ट के लिए आगे आना चाहिए।
जगदलपुर रवाना होने से पहले रायपुर हवाई अड्डे पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा, बस्तर में हत्याओं का दौर चल रहा है। एक महीने में भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की इस तरह की तीसरी हत्या हो गई है। पहले जगदलपुर के जिला मंत्री बुधराम करताम की हत्या हुई। फिर बीजापुर के नीलकंठ कक्केम की और अब नारायणपुर के सागर साहू की हत्या हो गई। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने में कांग्रेस और कांग्रेस सरकार पूरी तरह से असफल रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि, भाजपा को ही टारगेट बनाया जा रहा है, इसके राजनीतिक कारण और राजनीतिक संदर्भ निकाले जा सकते हैं। कहीं न कहीं इसमें मिलीभगत है। डॉ. रमन सिंह ने लिखा, भाजपा को टारगेट बनाकर हमारे नेताओं की हत्या की जा रही है। अपराधियों के आगे कांग्रेस की सरकार ने घुटने टेक दिये हैं। दाऊ भूपेश बघेल याद रखें कि हर एक हत्या का हिसाब होगा। अब कांग्रेस का अन्याय नहीं बल्कि वास्तविक न्याय किया जाएगा।
भाजपा को टारगेट बनाकर हमारे नेताओं की हत्या की जा रही है,
अपराधियों के आगे कांग्रेस की नकारा सरकार ने घुटने टेक दिए हैं।दाऊ @bhupeshbaghel याद रखें कि हर एक हत्या का हिसाब होगा, अब कांग्रेस का "अन्याय" नहीं बल्कि वास्तविक "न्याय" किया जायेगा। #और_कितना_बलिदान pic.twitter.com/LYSF7Aphiz
— Dr Raman Singh (@drramansingh) February 11, 2023
नारायणपुर भाजपा के जिला उपाध्यक्ष श्री सागर साहू जी की नक्सलियों द्वारा हत्या पूरी भाजपा पर हमला है।
सागर साहू जी का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा, मैं दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक-संतप्त परिवार को इस कठिन समय में धैर्य प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। (1/2) pic.twitter.com/irSRTdn44r
— Dr Raman Singh (@drramansingh) February 10, 2023
इधर जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, रमन सिंह जी 15 साल तक सत्ता में रहें, जब भी इस तरह की घटना होती थी तो कहते थे कि इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए। आज जैसे ही एक मामला आया वे उसमें राजनीति देखने लगे हैं। नक्सलियों का दंश सबसे अधिक किसी पार्टी ने झेला है तो वह कांग्रेस पार्टी ने। रमन सिंह के शासन में ही हुआ था जब हमारे प्रथम पंक्ति के सारे नेता शहीद हो गए। इसीलिए हम कहते हैं कि वह राजनीतिक आपराधिक षडयंत्र था। उसकी जांच हमें दे दें। उस दिन भी हम लोगों ने कहा था कि नार्को टेस्ट करा लें रमन सिंह, मुकेश गुप्ता और अमित जोगी। लेकिन उस मामले में बिल्कुल मौन साध गए।
अगर वे कवासी लखमा का नार्को टेस्ट मांग रहे हैं तो इनका भी नार्को टेस्ट हो जाए। क्यों चुप हैं। सामने आ जाएं। यही तो हम कह रहे हैं कि उसमें जाे राजनीतिक आपराधिक षडयंत्र है वह सामने आ जाए। हत्या हुई है इससे कोई इन्कार नहीं है। लेकिन उसमें षड़यंत्र छिपा हुआ है यह उजागर होना चाहिए। तो नार्को टेस्ट के लिए रमन सिंह को खुद सामने आना चाहिए।
नार्को टेस्ट के नाम पर रमन सिंह जी चुप क्यों हो जाते हैं? pic.twitter.com/3K1V35ZJfq
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) February 11, 2023