छत्तीसगढ़। कहते हैं कि हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) जी देसी किसान हैं। दाऊ तो पुराने खांटी किसान हैं। इनके जीवकोपार्जन का साधन ही खेती-किसानी हैं। अपने राजनीतिक जीवन के साथ-साथ अपने घर की खेती पर उतना ही ध्यान देते हैं। वे अपने पिता श्री नंदकुमार बघेल जी के जीवन मंत्र को सदा आत्मसात करते हुए गृहस्थी और प्रदेश की जनता की सेवा ही इनके जीवन का मूल उद्देश्य हैं। लेकिन लोगों ने आज उनके किसान के अंदाज को देखा। उन्होंने अक्ती तिहार पर्व (Akti Tihar festival) के शुभारंभ बड़े अनूठे अंदाज में की।
बता दें, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज अक्ती तिहार एवं माटी पूजन दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। परंपरा के अनुसार मुख्यमंत्री ने गांव की माटी, देवी-देवताओं और ठाकुर देव की पूजा की।मुख्यमंत्री ने बीज बुवाई संस्कार के तहत लौकी, सेम, तोरई के बीज बोये। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गौ माता को चारा खिलाया और धान की कोठी से बीज लाकर पूजा की। मुख्यमंत्री ने अच्छी फसल के लिए धरती माता से कामना की।
रायपुर के कृषि विश्वविद्यालय परिसर में माटी पूजन दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्यवासियों के धन धान्य से भरे रहने की कामना की। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्रैक्टर चलाकर खेत की जुताई की। कुछ ऐसी भी तस्वीरें यदाकदा आ ही जाती हैं जब अपने खेती बाड़ी की देखभाल करते दिख जाते हैं।
जय जोहार
जय अक्ति तिहार pic.twitter.com/PzftNynL5Z— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 22, 2023
सभी प्रदेशवासियों को अक्ति (अक्षय तृतीया) तिहार की बधाई और शुभकामनाएं।
अक्षय तृतीया के दिन शुरू हुए काम की पूर्णता निश्चित मानी जाती है, इसलिए यह दिन बहुत शुभ और अक्षय माना गया है।
हमारी कृषि परम्परा में भी अक्ति का दिन विशेष महत्व रखता है। इस दिन से नई फसल के लिए तैयारी शुरू… pic.twitter.com/0McMIjtXwa
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 22, 2023