जब बिजली आफिस का गेट तोड़कर घुसे भाजपाई, इधर, पूर्व मंत्री मूणत भी धरने पर

By : madhukar dubey, Last Updated : December 13, 2022 | 4:11 pm

रायपुर। बिजली बिल बढ़ोत्तरी को लेकर भाजपाइयों ने मंगलवार को उग्र प्रदर्शन किया। उन्होंने गुढ़ियारी स्थित बिजली दफ्तर का घेराव किया। पूर्व मंत्री राजेश मूणत की अगुवाई में भारतीय जनता युवा मोर्चा के सैकड़ों कार्यकर्ता बिजली दफ्तर पहुंचे। बिजली दफ्तर पर मौजूद पुलिस फोर्स इन कार्यकर्ताओं को रोक न सकी, बैरिकेड तोड़कर तमाम कार्यकर्ता बिजली दफ्तर के भीतर दाखिल हो गए। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि यह जनता का गुस्सा है। बढ़ते बिजली बिल और सुरक्षा निधि के नाम पर की जा रही वसूली की वजह से यह विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है। जल्द ही इस संबंध में राहत नहीं दी गई तो जनता का गुस्सा और फूटेगा।

नारेबाजी करते हुए अंदर घुए गए भाजपाई

नारेबाजी करते हुए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता बैरिकेड तोड़कर गुढ़ियारी के बिजली दफ्तर में तो घुसे ही। अंदर मौजूद मेन गेट पर भी बड़ी तादाद में कार्यकर्ता चढ़ गए। काफी देर तक गेट पर जोर लगाने के बाद लोहे के गेट को तोड़ दिया। जिसकी वजह से पुलिसकर्मियों और भाजपा नेताओं के बीच काफी बहस भी देखने को मिली।

धरने पर बैठे पूर्व मंत्री राजेश मूणत

वहीं पूर्व मंत्री राजेश मूणत भाजयुमो कार्यकर्ताओं के साथ बिजली दफ्तर के भीतर धरने पर बैठ गए हैं। सुरक्षा निधि वापस दिए जाने की मांग को लेकर उन्होंने धरना दे दिया है। अधिकारियों को ज्ञापन देने के बाद पूर्व मंत्री का धरना जारी है। प्रदर्शन को लेकर राजेश मूणत ने बताया था कि पूरे प्रदेश में और रायपुर के गुढ़ियारी इलाके में भी बिजली में मनमानी कटौती हो रही है। जनता बिजली बिल में बढ़ोतरी, सुरक्षा निधि के नाम से अवैध वसूली से परेशान है। इसलिए भारतीय जनता युवा मोर्चा के बैनर तले ये विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने शहर के सभी मंडलों से मोटरसाइकिल रैली की शक्ल में नेता गुढ़ियारी पहुंचेंगे।

बोले, इनके रिश्तेदार खा रहे मलाई, 4 बार बढ़ा है बिजली बिल

पूर्व मंत्री मूणत ने कहा कि बिजली बिल हाफ का वायदा कर सत्ता में काबिज हुई कांग्रेस ने ४ साल में ४ बार बिजली बिल में वृद्धि कर दी। मेंटेनेंस के नाम पर लगातार बिजली में कटौती जारी है, अब सुरक्षा निधि के नाम पर मनमानी वसूली की जा रही है, जिससे आम जनता त्रस्त है। उन्होंने कहा कि बिजली बिल बाटने के काम मे कांग्रेस के नेताओं को लगाया गया है, अस्थायी कनेक्शन के लिए आम जनता ठेकेदारों पर मजबूर है, इतना ही नहीं बिजली कम्पनी में रिश्तेदार मलाई खा रहे हैं।