बालोद। ग्राम खरथुली पोस्ट-बडग़ांव, थाना डौंडी लोहारा की रहने वाली महिलाओं से बालोद जिले के 10 बैंक से लोन (Loan from women from 10 banks of Balod district)दिलाकर ठगी करने का मामला सामने आया है। महिलाओं ने कलेक्टोरेट पहुंचकर इसकी शिकायत की है। दलाल द्वारा इन्हें स्वरोजगार का लालच देकर उनके नाम पर लोन लिया (Took a loan in his name by luring him with self-employment)और पूरी राशि स्वयं हड़प ली।
ग्राम खरथुली की ग्रामीण व आदिवासी महिलाओं ने शिकायत की है कि उनको बैंक दलाल द्वारा स्वरोजगार दिलाने की बात कह कर समूह के माध्यम से अलग-अलग बैंकों से लगभग 50 लाख रुपए का लोन दिलाकर लोन की पूरी राशि को अपने निजी उपयोग में ले लिया। कुछ समय तक लोन का किस्त तीन लाख रुपए प्रतिमाह जमा भी करता रहा, पर दो माह से किस्त नहीं जमा करने पर महिलाओं को बैंकों द्वारा पैसा जमा करने के लिए परेशान किया जा रहा है।
इतनी बड़ी रकम की राशि जमा करने में महिलाएं सक्षम नहीं हैं। तो थक हार कर ग्रामीण महिलाएं इनकी शिकायत बालोद पुलिस अधीक्षक व नजदीकी थाना में की है।
जहां से ये सभी महिलाएं उम्मीद लगाए बैठे हैं कि कुछ न्याय मिल जाए। आप को बता दे कि यह बालोद जिला का पहला मामला नहीं है। जहां महिलाओं से ठगी की गई। यह ठगबाज आसपास के और दूसरे गांव की महिलाओं को भी अपनी ठगी का शिकार बना चुके हैं। पर अब तक पुलिस प्रशासन इन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है जिससे यह खुले में घूम रहा है। अगर पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले तो और अन्य महिलाएं ठगी का शिकार होने से बच सकती हैं।
पुलिस अधीक्षक को सौंपे आवेदन में महिलाओं ने कहा है कि हम सभी आदिवासी महिलाएं ग्राम खरथुली पोस्ट-बडग़ांव, थाना डौंडी लोहारा की रहने वाली हैं। गांव की कुछ महिलाएं आत्मनिर्भर बनने के लिए गांव में ही मशरूम की खेती कर रही थी। उसी दरम्यान समूह के माध्यम से जांजगीर चांपा निवासी खोलबहरा कैवर्त नाम व्यक्ति से भेंट हुई। उन्होंने अपना पता व ऑफिस सप्तऋषि संस्था बाईपास रोड परेंगुड़ा पोस्ट बघमरा जिला बालोद बताया। फिर समूह के माध्यम से कुल 38 महिलाओं को एक समूह में जोड़कर 05 व 10 का समूह बनाकर स्वरोजगार दिलाने की बात कहकर हम सभी महिलाओं को बालोद के विभिन्न 10 बैंकों से प्रति महिला को 35 हजार से 49 हजार तक का लोन उपलब्ध कराया। लोन दिलाने के पहले 50 रुपए के स्टाम्प पेपर में अध्यक्ष और सचिव के नाम से शपथ पत्र बनवाया। लोन की सभी राशि को रोजगार में लगाने की बात कहकर अपने पास रख लिया। कुछ माह तक 03 लाख रूपया महिना लोन का किस्त जमा करता रहा, उसके बाद उन्होने लोन का किस्त पटाना भी बंद कर दिया। कुछ दिनों के बाद बैंकों द्वारा हम सभी महिलाओं को बैंकों द्वारा दी गई ऋण की राशि जमा करने के लिए दबाव बनाया गया। तब हमारे द्वारा उनसे फोन से संपर्क करने करने पर उन्होंने अपना खाता सीज होने की बात कहकर फोन काट दिया। तब हम लोगों को ठगी का अहसास हुआ तो उनके द्वारा बताये गये पते पर सभी महिलाएं कुंदरूपारा अटल आवास गए थे पर वो वहां नहीं मिला ।
महिलाओं द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार एच.डी.एफ.सी फस्र्टबैंक, इसॉफ बैंक, एक्सिस बैंक झलमला,अन्नपूर्णा फायनेंस, ग्राम शक्ति बैंक, आई.डी.एफ.सी. बैंक, द्वारा बैंक, अविरल बैंक, सूर्योदय बैंक, फाईन केयर बैंक से लोन दिलाया गया है।
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