छत्तीसगढ़। कभी आपने सुना है कि शिक्षक ही मोबाइल में किताब डाउनलोड कराकर परीक्षा दिलाते। लेकिन (Hemchand Yadav University) हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग (Durg) के इस समय सेमेस्टर एग्जाम कुछ इसी अंदाज में चल रही है। ये ताे मामला तब खुला, जब कुलपति अपने टीम के साथ वैशाली नगर कालेज पहुंचे। वहां जो पाया उसे देखकर पूरी निरीक्षण करने वाली टीम हैरान रह गई। वहां बकायदा छात्रों को मोबाइल लेकर परीक्षा देने की छूट दे दी गई थी। ऐसे में छात्र भी अपने मोबाइल में किताब अपलोड कर प्रश्नों के उत्तर लिख रहे थे। वैसे इसकी खबर लगते ही विश्वविद्यालय प्रशासन में हड़कंप मच गया।
यूनिवर्सिटी के फर्स्ट और थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा में जांच करने के लिए कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा की टीम हर दिन निकल रही है। हर दिन की तरह वो बुधवार भी सभी कॉलेजों का दौरा करने निकली। यहां थर्ड सेमेस्टर की गणित की परीक्षा चल रही थी। जैसे ही कुलपति की टीम परीक्षा हॉल पहुंची। छात्र हड़बड़ाने लगे और कुछ छिपाने की कोशिश करने लगे। टीम यह देखकर छात्रों के पास गए तो देखा कि उनके पास मोबाइल फोन है। मोबाइल चेक करने पर उसमें पीडीएफ फॉर्मेट में पूरी किताब डाउनलोड मिली। छात्र मोबाइल देखकर सवालों के उत्तर लिख रहे थे। टीम ने दो छात्रों के मोबाइल जब्त कर लिए हैं।
कुलपति ने यह सब देख काफी नाराजगी जताई। उन्होंने वैशाली नगर कॉलेज के परीक्षा स्टाफ और प्रबंधन को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने पूछा कि कक्ष निरीक्षक के रूप में किसकी ड्यूटी लगाई गई है ? उपस्थित केंद्राध्यक्ष ने जवाब दिया कि सहायक प्राध्यापकों की। फिर उन्होंने कक्षा में मोबाइल लेकर बैठने पर सवाल उठाया। इस लापरवाही के लिए डीयू ने संबंधित कॉलेज से पूरी जानकारी मांगी है। इसके साथ संबंधित शिक्षकों को नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा है। जवाब और जानकारी मिल जाने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कुलपति ने कॉलेज प्रबंधक से परीक्षा ड्यूटी में तैनात स्टाफ के नाम और व्यवस्था की जानकारी ली। जब उन्होंने पूछा कि परीक्षा हाल में मोबाइल कैसे अलाऊ किया गया। इस पर प्रबंधन गोलमोल जवाब देने लगा। उनके मुताबिक हम सभी छात्रों की जांच नहीं कर पाते। छात्र मोबाइल न ले जाएं, इसके लिए उन्हें बीच-बीच में इसकी चेतावनी देते रहते हैं। इसके बाद कुलपति ने परीक्षा के दौरान सभी छात्रों की जांच करने के निर्देश दिए।