रायपुर: छत्तीसगढ़ में साय कैबिनेट (Sai Cabinet) के विस्तार को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। भाजपा संगठन के पदाधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को कैबिनेट विस्तार की मंजूरी मिल चुकी है, और यह प्रक्रिया 21 अगस्त से पहले पूरी होने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी नेतृत्व ने 14 सदस्यीय मंत्रिमंडल बनाने पर सहमति जताई है, जिसमें तीन नए मंत्रियों की एंट्री होगी।
बीजेपी संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार में संगठन, क्षेत्र और सामाजिक संतुलन को ध्यान में रखा जाएगा। इसमें एक मंत्री सामान्य वर्ग से, दूसरा अनुसूचित जनजाति से और तीसरा पिछड़ा वर्ग से हो सकता है। इसके साथ ही, बिलासपुर, सरगुजा और दुर्ग संभागों से एक-एक मंत्री को शामिल करने की संभावना है।
सूत्रों के अनुसार, नए मंत्रियों का स्वागत किया जाएगा, लेकिन वर्तमान मंत्रियों के विभागों या पदों में कोई बदलाव नहीं होगा। इसका मतलब यह है कि मौजूदा टीम में से किसी को बाहर नहीं किया जाएगा। हालांकि, राजनीतिक हलकों में लक्ष्मी रजवाड़े, दयालदास बघेल और टंकराम वर्मा के बारे में कुछ समय से अटकलें चल रही थीं, लेकिन अब इन नेताओं के बारे में कोई ताजा संकेत नहीं मिल रहे हैं।
मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए कुछ विधायक प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं। इनमें बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल, कुरुद विधायक अजय चंद्राकर, दुर्ग विधायक गजेंद्र यादव, अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल और आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहेब का नाम शामिल है। इन पांच में से तीन लोगों को साय कैबिनेट में जगह मिल सकती है।
बीजेपी सरकार अगस्त महीने में संसदीय सचिवों और रिक्त निगम मंडलों के अध्यक्षों की नियुक्ति भी कर सकती है। इस नियुक्ति में सीनियर और जूनियर नेताओं के बीच संतुलन बनाए रखने का प्रयास किया जाएगा। संसदीय सचिवों की नियुक्ति की परंपरा भाजपा शासनकाल के दौरान डॉ. रमन सिंह सरकार में शुरू हुई थी, और बाद में कांग्रेस सरकार ने भी इसे जारी रखा था। अब साय सरकार भी इस परंपरा को अपनाने की तैयारी में है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 21 अगस्त को जापान और दक्षिण कोरिया की विदेश यात्रा पर रवाना होने वाले हैं। ऐसे में कैबिनेट विस्तार की प्रक्रिया अगले कुछ दिनों में पूरी की जा सकती है, ताकि शपथ ग्रहण से पहले सभी प्रक्रियाएं संपन्न हो सकें।