छत्तीसगढ़। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) आज बिलासपुर विधानसभा (Bilaspur Assembly) में भेंट मुलाकात कार्यक्रम में गए थे। जहां सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर युवा-महिलाएं और बच्चों ने खुलकर उनसे बातें की। जहां योजनाओं के चलते कैसे उनके जीवन में बदलाव आए हैं। उसे बताया, जिस पर भूपेश ने रोचक सवाल भी पूछे। भूपेश के आत्मीयता से सभी अभिभूत थे। आइए जानते हैं, लोगों ने क्या कहे।
दौरान वीरेंद्र कुमार देवांगन-भेंट-मुलाकात के दौरान वीरेंद्र कुमार देवांगन ने मुख्यमंत्री को बताया कि “हमर सरकार, हमर द्वार योजना” के तहत घर बैठे आसानी से कार्य हो जा रहा है। मैंने भी आय और निवास प्रमाण पत्र बनवाया, मुझे कोई परेशानी नहीं हुई, वीरेंद्र ने इस योजना के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद दिया।
सुशीला-लिंगियाडीह निवासी सुशीला ने चिटफंड कंपनी से पैसे दिलाने का किया निवेदन, मुख्यमंत्री ने कहा कि चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई करने के निर्देश प्रशासन को दिये गये हैं और इसकी निरंतर मानिटरिंग की जा रही है। अनेक मामलों में पीड़ित परिवारों को राशि लौटाई गई है। इस मामले में तेजी से कार्रवाई जारी है ताकि सभी पीड़ितों को राहत दी जा सके।
स्वामी आत्मानंद स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भी अपने अनुभव साझा किये। अस्मि ठाकुर ने बताया कि पहले वो प्राइवेट स्कूल में पढ़ती थीं। 80 हजार फीस साल भर की लगती थी। अब वो पैसा पूरा बच रहा है। पापा प्राइवेट जाब में हैं माँ गृहिणी है। यह बचत हमारे भविष्य के लिए काफी उपयोगी होगी। सबसे अच्छी बात यह है कि स्कूल बहुत अच्छा है। अक्षर जाधव ने बताया कि उनका स्वामी आत्मानंद स्कूल बहुत अच्छा है। पढ़ाई बहुत अच्छी हो रही है। इंजीनियर बनना चाहता हूँ। यहाँ के स्मार्ट क्लास में पढ़कर काफी कुछ सीख रहा हूँ और अपने सपने जरूर पूरा करूंगा।आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के छात्र अक्षर जाधव ने मुख्यमंत्री को बताया कि वह शासन के अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ाई कर रहा है। अक्षर इंजीनियर बनना चाहता है। बिलासपुर के तारबहार में रहता है। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल खोलने के लिए अक्षर ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। उसने कहा कि स्कूल में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध है, स्मार्ट क्लास फर्नीचर अच्छे और उच्च गुणवत्ता के साथ उपलब्ध हैं।
प्रिया हटिले ने बताया कि मैंने मितान से तीन बार सहायता ली है। इसके चलते कार्यालयों तक जाने की दिक्कत दूर हो गई है। कम समय में बढ़िया काम हो रहा है।
किरण ठाकरे ने बताया कि सीमार्ट आरंभ होने से उन्हें बड़ा लाभ हुआ है। इसके पहले अपने उत्पादों को बेचने के लिए घर-घर भेजते थे। इसमें काफी समय लगता था। अब सीमार्ट वाले स्वयं ही उत्पाद ले जाते हैं। हमारा ध्यान केवल अपने उत्पादों की गुणवत्ता में रहता है। सीमार्ट आरंभ होने से ग्राहकों को भी हमारे उत्पादों के लिए एक विशेष जगह मिल गई है जिससे उन्हें भी भटकना नहीं पड़ रहा।
ईश्वरी परिहार ने शहरी स्लम मोबाइल यूनिट योजना की तारीफ की। उन्होंने बताया कि हमारे क्षेत्र में हर माह स्वास्थ्य परीक्षण हो जाता है। निःशुल्क दवाई भी मिल रही है।
प्रमिला-ने बताया कि इलाज के लिए बच्चों को शहर के एक निजी अस्पताल ले गई थी, जहां बच्चे का हाथ काट दिया गया। मुख्यमंत्री ने पूछा-क्या बच्चे को गैंगरीन हुआ था,महिला ने कहा- नहीं। महिला की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने आवश्यक जांच के निर्देश दिए हैं। मीनाक्षी ने बताया कि उनका मोबाइल मेडिकल यूनिट से निःशुल्क इलाज हो रहा है। इस गाड़ी के चलते दवा भी निःशुल्क हो जाती है। टेस्ट भी गाड़ी में ही हो जाते हैं। मोपका गौठान के गोचर स्व सहायता समूह के अध्यक्ष ने बताया कि उनके द्वारा 12 लाख रुपए का वर्मी कंपोस्ट बेचा गया है। लाभांश को समिति की दीदियों ने बांट लिया है।
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