काजोल के 51 साल: नहीं बनना चाहती थीं एक्ट्रेस, अजय से शादी पर पिता थे नाराज़, मिसकैरेज ने तोड़ दिया था

जब काजोल सिर्फ साढ़े चार साल की थीं, उनके माता-पिता अलग हो गए थे। इसके बाद उनकी नानी शोभना समर्थ ने उनकी परवरिश की।

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  • Publish Date - August 5, 2025 / 01:46 PM IST

बॉलीवुड की जानी-मानी और बिंदास अदाकारा काजोल (Kajol) आज अपना 51वां जन्मदिन मना रही हैं। ग्लैमर और स्टारडम से भरे करियर के पीछे काजोल की जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आए, जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं।

फिल्मों में करियर बनाना नहीं था सपना

हालांकि काजोल का जन्म एक फिल्मी परिवार में हुआ था — मां तनुजा मशहूर एक्ट्रेस थीं और पिता शोमू मुखर्जी निर्माता-निर्देशक — लेकिन काजोल कभी भी एक्टिंग में करियर बनाने के बारे में नहीं सोचती थीं। उनकी मां चाहती थीं कि वह भी इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाएं। इसी दबाव में उन्होंने फिल्म बेखुदी साइन की, वह भी मस्ती-मस्ती में। फिल्म भले ही फ्लॉप रही, लेकिन काजोल की परफॉर्मेंस को सराहा गया।

बिंदास अंदाज और खुलकर बोलने वाली

काजोल की पहचान सिर्फ उनकी शानदार एक्टिंग नहीं, बल्कि उनके बेबाक और मुंहफट स्वभाव से भी जुड़ी है। एक समय ऐसा भी आया जब उनके और शाहरुख खान के बीच कहासुनी हुई, हालांकि अब दोनों के बीच दोस्ती की मिसाल दी जाती है।

बचपन में की स्कूल से भागने की कोशिश

काजोल बचपन में काफी शरारती और जिद्दी थीं। एक बार 11 साल की उम्र में जब उन्हें अपनी बीमार परदादी से मिलने की अनुमति नहीं मिली, तो वे स्कूल से एक दोस्त के साथ भाग निकलीं। हालांकि बस स्टैंड पर ही पकड़ ली गईं। उनकी परवरिश काफी अनुशासन के साथ हुई — खुद काजोल ने स्वीकारा है कि उनकी मां कभी-कभी उन पर बैडमिंटन रैकेट या बर्तन तक फेंक देती थीं, पर प्यार भी उतना ही था।

तलाक के बाद नानी ने की परवरिश

जब काजोल सिर्फ साढ़े चार साल की थीं, उनके माता-पिता अलग हो गए थे। इसके बाद उनकी नानी शोभना समर्थ ने उनकी परवरिश की। वे अपनी मां तनुजा के साथ महालक्ष्मी में रहती थीं और लोकल ट्रेन से सांताक्रूज जाकर अपने पिता से मिलने जाया करती थीं। नेटफ्लिक्स के एक एपिसोड में उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता ने कभी तलाक का असर उन पर नहीं पड़ने दिया और दोनों ने मिलकर उन्हें और बहन तनीषा को अच्छे से पाला।

शादी पर पिता की नाराज़गी और निजी संघर्ष

जब काजोल ने अजय देवगन से शादी करने का फैसला किया, तो उनके पिता इस रिश्ते से खुश नहीं थे। हालांकि वक्त के साथ सब ठीक हो गया। शादी के बाद भी काजोल ने निजी जीवन में कई कठिन मोड़ देखे — एक मिसकैरेज ने उन्हें गहरे सदमे में डाल दिया था।

मिला पद्मश्री सम्मान

साल 2011 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया, जो उनके करियर और योगदान का बड़ा प्रमाण है।