मुंबई, महाराष्ट्र: बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान (Salman Khan) ने हाल ही में खुलासा किया कि उन्हें ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया नाम की गंभीर बीमारी का पहला अनुभव साल 2007 में फिल्म ‘पार्टनर’ की शूटिंग के दौरान हुआ था। यह एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति है जिसमें चेहरे की नसों में तेज़ और असहनीय दर्द होता है।
सलमान ने बताया कि इस दर्द की शुरुआत उस वक्त हुई जब उनकी को-एक्ट्रेस लारा दत्ता ने उनके चेहरे से एक बाल हटाया। वह मजाक में बोले, “वाओ लारा, तुम तो इलेक्ट्रिफाइंग हो!” लेकिन वहीं से इस तकलीफ की शुरुआत हुई।
यह किस्सा उन्होंने एक टॉक शो ‘टू मच विद काजोल एंड ट्विंकल’ के पहले एपिसोड में साझा किया। 59 वर्षीय सलमान खान ने बताया कि यह दर्द इतना भयानक था कि कोई भी अपने दुश्मन को भी ऐसी पीड़ा न चाहे।
उन्होंने कहा कि यह दर्द उन्हें सात साल से ज्यादा समय तक झेलना पड़ा। हर चार से पांच मिनट में यह दर्द उठता था। बोलते वक्त अचानक दर्द हो जाता था। नाश्ता करने में डेढ़ घंटा लग जाता था, इसलिए कई बार सीधे डिनर तक इंतज़ार करना पड़ता था। आमलेट खाने के लिए उन्हें खुद को ज़बरदस्ती मजबूर करना पड़ता था, दर्द सहना पड़ता था ताकि खाना खत्म कर सकें।
शुरुआत में लोग समझते थे कि यह दांतों से जुड़ी कोई समस्या है, लेकिन बाद में पता चला कि मामला काफी गंभीर है। सलमान ने बताया कि दर्द से राहत पाने के लिए उन्हें रोज़ाना 750 एमजी तक पेनकिलर लेने पड़ते थे। उन्होंने यह भी कहा कि जब कभी उन्होंने शराब पी होती थी, तो उस समय दर्द थोड़ा कम महसूस होता था।
सलमान खान ने इस बीमारी से जूझते हुए भी अपने काम को नहीं छोड़ा और लगातार फिल्मों में सक्रिय रहे।