‘तू न थमेगा कभी, तू न झुकेगा कभी’: अमिताभ बच्चन ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर तोड़ी चुप्पी, सेना को किया सलाम

By : hashtagu, Last Updated : May 11, 2025 | 11:21 am

मुंबई, 11 मई। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने जबरदस्त पलटवार करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। पाकिस्तान द्वारा भारतीय सैन्य ठिकानों और नागरिक क्षेत्रों पर किए गए हमलों का मुंहतोड़ जवाब देते हुए, भारत ने केवल अपनी सैन्य क्षमता ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय संकल्प की भी एक मिसाल पेश की। इसी क्रम में, देशभर में भारतीय सेना के पराक्रम की सराहना हो रही है। बॉलीवुड के कई सितारों ने सेना के प्रति समर्थन जताया, लेकिन ‘महानायक’ अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) की चुप्पी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई थी। अब उन्होंने अपनी ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पोस्ट के जरिए इस विषय पर अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं।

पहलगाम हमले की पीड़ा और कवि का प्रतिकार

अमिताभ बच्चन ने अपनी पोस्ट में पहलगाम आतंकी हमले में धर्म पूछकर निर्दोष लोगों की हत्या की वीभत्सता को रेखांकित करते हुए लिखा:
“छुट्टियां मना रहे एक निर्दोष पति-पत्नी को उस राक्षस ने बाहर निकाला, पति को नग्न कर उसके धर्म की पुष्टि की, और पत्नी के विनती करने के बावजूद उसे बेरहमी से गोली मार दी। जब पत्नी ने कहा ‘मुझे भी मार दो’, तो उसने कहा, ‘नहीं… तू जाकर … को बता।’”

हरिवंश राय बच्चन की कविता से जोड़ा ‘ऑपरेशन सिंदूर’

इस हृदय विदारक घटना के बाद, अमिताभ ने अपने पिता डॉ. हरिवंश राय बच्चन की एक कविता की पंक्ति को उद्धृत करते हुए लिखा:
“है चिता की राख कर में मांगती सिंदूर दुनिया”
उन्होंने आगे लिखा,
“मानो वह पत्नी ‘…’ के पास गई और कहा — और ‘…’ ने दे दिया सिंदूर… ऑपरेशन सिंदूर!”

सेना को सलाम, राष्ट्र को संदेश

अमिताभ बच्चन ने अपनी पोस्ट का समापन जोशीली पंक्तियों से किया, जो अग्निपथ की याद दिलाती हैं:
“जय हिंद, जय हिंद की सेना!
तू न थमेगा कभी, तू न मुड़ेगा कभी, तू न झुकेगा कभी।
कर शपथ! कर शपथ! कर शपथ!
अग्निपथ! अग्निपथ! अग्निपथ!”

22 अप्रैल को हुआ था हमला, 7 मई को जवाब

गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई। हमलावरों ने मारने से पहले लोगों से उनका धर्म पूछा। इस घटना के 15 दिन बाद, 7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के 11 एयरबेस पर सटीक हमले कर कठोर प्रतिकार दिया। इस ऑपरेशन के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया, हालांकि 10 मई को संघर्षविराम की घोषणा हुई।