नई दिल्ली, 2 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्र सरकार की ओर से एम्स (AIMS) जम्मू को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश जारी किए गए हैं। इस परिसर के अंदर आपातकालीन और अन्य उद्देश्यों के लिए हेलीपैड की सुविधा भी है। यहां एक पुलिस स्टेशन और फायर स्टेशन का निर्माण किया गया है। जनवरी 2024 में ही निर्माण कार्य पूरा करने के लिए प्रयासों को दोगुना करने तथा दोहरी पाली में चौबीसों घंटे काम करने को कहा गया है।
एम्स जम्मू अस्पताल परिसर का कुल क्षेत्रफल 226.84 एकड़ है, जिसमें से 96 एकड़ में अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, कन्वेंशन सेंटर, आयुष ब्लॉक और रैन बसेरा शामिल हैं। दक्षिण में 130.84 एकड़ के क्षेत्र में छात्र गतिविधि केंद्र, खेल केंद्र, आवासीय छात्रावास और गेस्ट हाउस जैसे परिसर हैं। यह परियोजना 1,661 करोड़ रुपये की थी, जिसमें से 1,404 करोड़ रुपए अवसंरचना निर्माण, 48.72 करोड़ रुपए पूर्व-निर्माण गतिविधियों, 22 करोड़ रुपए गैर-चिकित्सा फर्नीचर और 185.32 करोड़ रुपए चिकित्सा उपकरण और फर्नीचर पर खर्च किए जाने थे।
प्रोजेक्ट के मुख्य अभियंता ने बताया कि परियोजना के पूरा होने की लक्ष्य तिथि जनवरी 2024 है। उन्होंने परियोजना को पूरा करने के लिए 203 करोड़ रुपये की अतिरिक्त अनुमानित धनराशि के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से आवश्यक सहायता के बारे में भी जानकारी दी है।
राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के मुताबिक एम्स जम्मू एक अत्याधुनिक परियोजना है, जो इसे देश के शेष भागों में इसी तरह की परियोजनाओं की तुलना में विशेष बनाती है। यहां आयुष भवन, पशु सुविधाएं, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन भवन, विद्युत सबस्टेशन, रैन बसेरा, फायर स्टेशन, सभागार और अकादमिक भवन पहले ही पूरा हो चुका है। अस्पताल टावर, डायग्नोस्टिक ब्लॉक और कुछ अन्य टावरों का काम इस महीने के अंत में पूरा हो जाएगा।
एम्स जम्मू के निदेशक प्रोफेसर डॉ. शक्ति गुप्ता ने बताया कि जहां तक एम्स जम्मू के लिए मानव शक्ति का प्रश्न है, संस्थान ने पहले ही इस पर काम शुरू कर दिया है। अधिकांश फैकल्टी और प्रशासनिक कर्मचारियों की भर्ती पहले ही की जा चुकी है। एम्स जम्मू के लिए 449 पदों के सृजन का एक अतिरिक्त प्रस्ताव पहले ही स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को भेज दिया गया है।
उन्होंने बताया कि संस्थान अनुबंध के आधार पर गैर-संकाय पद के सृजन के प्रस्ताव पर काम कर रहा है और एम्स जम्मू में वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी के 231 स्वीकृत पद हैं, जिनमें से 25 प्रतिशत सीधी भर्ती के माध्यम से भरे जाने हैं। जबकि, 75 प्रतिशत पदोन्नति और सीधी भर्ती के लिए 57 पद पहले ही भरे जा चुके हैं।
प्रोफेसर डॉ. शक्ति गुप्ता ने समीक्षा बैठक में बताया कि उपकरण स्थापित करने तथा अन्य चिकित्सा तकनीकी आवश्यकताओं के लिए भी परियोजना पूर्ण होने के अंतिम चरण में है। एम्स जम्मू जल्द ही राष्ट्र को समर्पित करने के लिए तैयार हो जाएगा।