नई दिल्ली, 1 नवंबर (आईएएनएस)। दिल्ली (Delhi) में इस साल 2020 के बाद से अक्टूबर के महीने में सबसे खराब वायु गुणवत्ता का अनुभव किया गया। मौसम विज्ञानियों ने प्रदूषण के खतरनाक स्तर के लिए महीने के दौरान कम बारिश को जिम्मेदार ठहराया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2023 में दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 210 दर्ज किया गया।
यह अक्टूबर 2022 में दर्ज एक्यूआई के अनुरूप था, लेकिन अक्टूबर 2021 में दर्ज 173 एक्यूआई से काफी खराब था।
इस बिगड़ती वायु गुणवत्ता में योगदान देने वाले प्रमुख कारकों में से एक वर्षा की कमी थी।
अक्टूबर 2023 में दिल्ली में केवल एक दिन बारिश हुई, जिसके परिणामस्वरूप मात्र 5.4 मिमी वर्षा हुई। यह पिछले वर्षों की तुलना में बिल्कुल विपरीत था, अक्टूबर 2022 में छह बरसात के दिन और 129 मिमी बारिश देखी गई और अक्टूबर 2021 में 123 मिमी बारिश के साथ सात बरसात के दिन दर्ज किए गए।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने इस बात पर प्रकाश डाला कि अक्टूबर 2023 के दौरान दिल्ली में औसत हवा की गति अपेक्षाकृत कम थी। इसके अलावा, पूरे महीने बिल्कुल “स्थिर” मौसम की स्थिति देखी गई, जिसने प्रदूषकों के फैलाव को रोका और वायु गुणवत्ता की समस्या को बढ़ा दिया।
सीपीसीबी के आंकड़ों से पता चला कि पूरे अक्टूबर 2023 में, दिल्ली में एक भी दिन ‘अच्छी’ वायु गुणवत्ता के साथ दर्ज नहीं किया गया। यह 2022 के बिल्कुल विपरीत है जब दो ऐसे दिन थे और 2021 जब एक दिन ‘अच्छी’ वायु गुणवत्ता वाला था।
सीएक्यूएम ने बताया कि दिल्ली ने 2023 में 1 जनवरी से 31 अक्टूबर तक 172 का एक्यूआई दर्ज किया, जिससे यह छह वर्षों में इसी अवधि के लिए दूसरा सबसे अच्छा प्रदर्शन बन गया।
कोविड-19 महामारी से प्रभावित वर्ष 2020 के दौरान इस अवधि के दौरान शहर में वायु गुणवत्ता बेहतर थी।