डायबिटीज़ के मरीज इस तरह खाएं आम, ब्लड शुगर रहेगा कंट्रोल में

हालांकि, इसका यह मतलब नहीं है कि डायबिटीज़ के मरीज आम बिल्कुल न खाएं। अगर सही मात्रा और सही तरीके से आम खाया जाए तो इसका आनंद लिया जा सकता है बिना ब्लड शुगर को नुकसान पहुंचाए।

  • Written By:
  • Publish Date - June 17, 2025 / 01:00 PM IST

Mangoes and Diabetes: गर्मियों का मौसम आते ही फलों के राजा आम का क्रेज़ हर किसी के सिर चढ़कर बोलता है। इसकी मिठास और स्वाद के आगे बच्चे हों या बड़े, कोई भी खुद को रोक नहीं पाता। लेकिन डायबिटीज़ (Diabetes) से पीड़ित लोगों के लिए आम का सेवन एक दुविधा बन जाता है क्योंकि यह फल मीठा होता है और इसका ग्लाइसेमिक लोड भी अधिक होता है, जो ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकता है।

हालांकि, इसका यह मतलब नहीं है कि डायबिटीज़ के मरीज आम बिल्कुल न खाएं। अगर सही मात्रा और सही तरीके से आम खाया जाए तो इसका आनंद लिया जा सकता है बिना ब्लड शुगर को नुकसान पहुंचाए। आम में मौजूद फाइबर शुगर के अवशोषण की प्रक्रिया को धीमा करता है, जिससे अचानक शुगर स्पाइक नहीं होता। इसके अलावा आम में एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर के लिए फायदेमंद माने जाते हैं।

डायबिटीज़ मरीज अगर आम खाना चाहते हैं तो सबसे पहले इसकी मात्रा सीमित रखें। एक दिन में आधा या एक छोटा आम ही पर्याप्त होता है। इसे दिन के समय खाएं, खासतौर पर सुबह या दोपहर में, जब शरीर की मेटाबॉलिक एक्टिविटी ज़्यादा होती है। आम खाने के दिन अपने खानपान का खास ध्यान रखें—दूसरे कार्बोहाइड्रेट स्रोतों को सीमित करें और कैलोरी इनटेक को बैलेंस में रखें।

आम को अकेले खाने की बजाय इसे प्रोटीन या हेल्दी फैट के साथ मिलाकर खाएं, जैसे मुट्ठीभर बादाम या थोड़ा सा दही। इससे शुगर का अवशोषण और भी धीरे होगा। साथ ही, नियमित रूप से ब्लड शुगर की निगरानी करें और किसी भी बदलाव पर अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

इस तरह डायबिटीज़ के मरीज भी गर्मियों के इस स्वादिष्ट फल का मजा ले सकते हैं, बशर्ते कि वे संयम बरतें और संतुलित डाइट का पालन करें।