नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। यह कहने में कोई गुरेज नहीं कि गैजेट्स (gadgets) ने हमारी जिंदगी को न महज आसान बनाया, बल्कि यह अब हमारी जिंदगी का ऐसा अहम हिस्सा बन चुका है कि इसके बिना जिंदगी अधूरी-सी लगती है। खासकर युवाओं के बीच मुख्तलिफ किस्म के गैजेट्स का खुमार सिर चढ़कर बोलता नजर आता है। सुबह की शुरुआत से लेकर रात को सोने तक तक गैजेट्स अब हमारी जिंदगी में अहम भूमिका निभाते हुए नजर आ रहे हैं, लेकिन इस बात को भी खारिज करना गवारा नहीं होगा कि इन गैजेट्स के कुछ नुकसान भी है।
न्हीं में से एक है इयरफोन। आज की तारीख में आपको कई युवा कभी बस, तो कभी मेट्रो, तो कभी सड़कों पर चलते समय इयरफोन लगाते दिख जाएंगे। इनमें से कई आपको गाने सुनते हुए, तो कई फिल्म, तो कई अपनी पसंदीदा वीडियो देखते नजर आएंगे। वहीं इयरफोन कई लोगों के पेशागत जिंदगी का भी अहम हिस्सा बन चुका है। इसके बिना वो अपने पेशागत जिंदगी से जुड़ी गतिविधियों को कर ही नहीं सकते हैं, लेकिन इससे होने वाले नुकसान को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता है।
डॉक्टर बताते हैं कि इयरफोन लगाना हमारे कानों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। अगर आप दिन में कई घंटों तक इयरफोन लगाए रहते हैं, तो अब वक्त आ चुका है कि आप सावधान हो जाइए, क्योंकि अगर आप ऐसा करते रहे, तो इससे आपके सुनने की क्षमता कम हो सकती है।
गुरुग्राम स्थित फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के (ईएनटी) प्रधान निदेशक डॉ. अतुल मित्तल ने इस संबंध में आईएएनएस से विस्तृत बातचीत की।
उन्होंने कहा, “इयरफोन लगाना आजकल युवाओं के बीच एक फैशन बन चुका है। इयरफोन जब आप लगाते हैं, तो कान के अंदर डॉयरेक्ट हाई इंटेंसिटी साउंड आपके कान के हेयर सेल को धीरे-धीरे करके डैमेज कर सकते हैं। मैंने कई यंग लोगों में देखा है कि वो लगातार इयरफोन लगाने से सुनने की क्षमता धीरे धीरे खो देते हैं। ऐसी स्थिति में तो मैं युवाओं से यही कहता हूं कि वो इसका उपयोग करने से बचें।”
उन्होंने आगे कहा, “अब कई लोगों के जेहन में यह सवाल आता है कि एक दिन में कितने घंटे तक इयरफोन लगाना चाहिए, लेकिन मैं एक डॉक्टर होने के नाते कभी-भी किसी को इयरफोन लगाने का सुझाव नहीं देता हूं। अगर आपको म्यूजिक सुनना है, तो मेरा यही सुझाव रहेगा कि साउंड सिस्टम का उपयोग करे। यह अच्छा ऑप्शन रहेगा।”
उन्होंने कहा, “एक बात का ध्यान रखिएगा कि अगर आप लंबे समय तक इयरफोन अपने कान में लगाते रहेंगे, तो इससे आपके कानों में फंगल इन्फेक्शन हो सकता है। आपको शुरू में पसीना आता हुआ दिखेगा। इसके बाद यह इन्फेक्शन में तब्दील हो जाएगा और कान के अंदर सूजन भी हो सकती है।”