मोबाइल देखते वक्त गर्दन पर पड़ता है 27 किलो तक वजन, खराब पोस्चर बन सकता है जानलेवा

By : dineshakula, Last Updated : September 29, 2025 | 4:43 pm

नई दिल्ली: आज की डिजिटल लाइफस्टाइल (digital lifestyle) में लोग घंटों मोबाइल या लैपटॉप पर झुके रहते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब आप फोन देखने के लिए गर्दन झुकाते हैं, तो आपकी गर्दन पर कितना ज्यादा दबाव पड़ता है? यह सिर्फ मामूली दर्द या अकड़न की बात नहीं, बल्कि आपकी मांसपेशियों, नसों और रीढ़ की हड्डी पर भारी असर डाल सकता है।

डॉक्टर इसे “टेक्स्ट नेक सिंड्रोम” कहते हैं, जो अब तेजी से युवाओं में देखने को मिल रहा है। पहले जहां गर्दन और पीठ की समस्याएं उम्रदराज लोगों में होती थीं, वहीं अब 18 से 25 साल की उम्र में ही यह लक्षण नजर आने लगे हैं।

जब आप सीधा बैठते हैं, तो आपकी गर्दन पर औसतन 4.5 से 5 किलो का वजन पड़ता है, जो सामान्य है। लेकिन जैसे ही आप सिर को आगे झुकाते हैं, यह वजन तेजी से बढ़ने लगता है।

  • 15 डिग्री झुकने पर गर्दन पर पड़ता है लगभग 12 किलो भार

  • 30 डिग्री पर 18 किलो

  • 45 डिग्री पर 22 किलो

  • और 60 डिग्री पर गर्दन को 27 किलो भार सहना पड़ता है

यानी आप जितना ज्यादा झुकते हैं, उतना ज्यादा दबाव आपकी गर्दन और रीढ़ की हड्डी को सहना पड़ता है।

इस स्थिति से केवल गर्दन में अकड़न ही नहीं, बल्कि हाथ सुन्न होना, कंधे और सिर में दर्द, सर्वाइकल स्पॉन्डिलोसिस जैसी समस्याएं भी शुरू हो सकती हैं। यह सब धीरे-धीरे एक गंभीर स्थिति में बदल सकता है जिसे “टेंस नर्वस हेडेक” कहा जाता है और यह माइग्रेन तक में बदल सकता है।

विशेषज्ञों की मानें तो खराब पोस्चर का असर सिर्फ गर्दन पर नहीं, पूरे शरीर पर पड़ता है। लंबे समय तक गलत तरीके से बैठना आपकी मांसपेशियों में खिंचाव, नसों में सूजन और लिगामेंट्स की लचक को खत्म कर सकता है। और अगर यह स्थिति लंबे समय तक बनी रही, तो यह जानलेवा भी हो सकती है।

इसलिए जरूरी है कि मोबाइल या लैपटॉप इस्तेमाल करते वक्त हमेशा अपनी बैठने की मुद्रा (posture) का खास ध्यान रखें।
सीधा बैठें, स्क्रीन को आंखों के सामने रखें और हर 20-30 मिनट में गर्दन व पीठ की हल्की एक्सरसाइज़ जरूर करें।