दिग्विजय सिंह ने पेश की नजीर, कार्यकर्ताओं के बीच सबसे पीछे की कतार में बैठे

By : hashtagu, Last Updated : March 17, 2023 | 10:17 pm

दतिया, 17 मार्च (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह (Rajya Sabha member Digvijay Singh) ने शुक्रवार को दतिया प्रवास के दौरान एक अनोखी नजीर पेश की। वे खुद तो मंच पर नहीं बैठे बल्कि स्थानीय पदाधिकारियों (local officials) को मंच पर जगह दी, वहीं स्वयं कार्यकर्ताओं के बीच सबसे पीछे वाली लाइन में आम कार्यकर्ता की तरह बैठे नजर आए।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इन दिनों राज्य की उन सीटों का दौरा कर रहे हैं, जहां पिछले चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। इसी क्रम में वे शुक्रवार को दतिया पहुंचे और यहां उन्होंने कार्यकर्ताओं की बैठक ली।

दतिया विधानसभा क्षेत्र की बैठक में शामिल होने से पहले वे पीताम्बरा सिद्ध शक्तिपीठ पहुंचे जहां उन्होंने माता की आराधना कर देश की खुशहाली की कामना की। बाद में वे दतिया विधानसभा के कांग्रेस के ब्लॉक, मण्डलम व सेक्टर अध्यक्षों की बैठक में शामिल हुए।

उन्होंने मण्डलम सेक्टर अध्यक्षों को कहा कि वे बूथ स्तर पर मजबूती के साथ कार्य करें। उसके बाद वे दतिया विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की बैठक में शामिल हुए, जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं को अनूठी मिसाल पेश की, महिला कार्यकर्ताओं व नेत्रियों को मंच पर बैठाया व स्वयं कार्यकर्ताओं के साथ अंतिम पंक्ति में बैठे। कार्यकर्ताओं ने मंच पर आकर अपनी बात कही। ज्यादातर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गृह मंत्री द्वारा प्रताड़ित किये जाने की व्यथा सुनाई।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जी ने दतिया विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि, “कहा जाता है कि दतिया में कांग्रेस कमजोर है लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिलता। कांग्रेस पार्टी दतिया में मजबूत है। इतने लोगों को हम देख रहे हैं सैकड़ों लोगों को जेल भेजा गया, लेकिन उन्होंने समझौता नहीं किया, उनकी संपत्ति बर्बाद कर दी गई, उन्होंने समझौता नहीं किया और आज वे ²ढ़ता से इस बात को कहने को तैयार हैं कि हम लोग डरते नहीं हैं, लड़ाई लड़ेंगे, जीतेंगे।”

पूर्व सीएम ने कहा “मुझे 50 साल हो गए राजनीति में लेकिन मैंने किसी के राज में इतना अत्याचार अन्याय नहीं देखा जो दतिया में मैंने देखा है। नरोत्तम मिश्रा यह भूल जाते हैं, मैं 10 साल मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री रहा, एक भारतीय जनता पार्टी का नेता, एक भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता कह दे कि हमने उसके साथ अन्याय किया हो तो जो कहो मैं दंड भोगने को तैयार हूं।”

उन्होंने कहा कि मैं आपसे इतना ही अनुरोध करना चाहता हूं कि जो भी किसी पर केस चल रहे हैं उनकी जानकारी हमें दें, राजेंद्र भारती ने मुझे कुछ केसेस भेजे हैं। कमलनाथ ने तय किया है कि कार्यकर्ताओं पर अन्याय पूर्ण लादे गए झूठे मुकद्दमों की लड़ाई अदालत में कांग्रेस लड़ेगी।