इंदौर : इंदौर (Indore) में भाजपा कार्यालय पर हुए हंगामे और अनुशासनहीनता के मामले में पार्टी ने सख्त रुख अपनाया है। भाजपा ने जीतू जिराती के करीबी समर्थक अंकित परमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पार्टी ने परमार से सात दिन के भीतर लिखित जवाब मांगा है, अन्यथा उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
घटना 28 अक्टूबर 2025 की है, जब इंदौर शहर भाजपा की नई कार्यकारिणी की घोषणा के बाद खाती समाज के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने भाजपा कार्यालय में विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान नगर अध्यक्ष के पोस्टर और नेमप्लेट पर कालिख पोती गई, जिससे संगठन के अनुशासन पर सवाल खड़े हुए।
इस घटनाक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ता मिलाप मिश्रा के साथ अंकित परमार की संलिप्तता सामने आई थी। इसी को लेकर भाजपा नेता सुमित मिश्रा ने नोटिस जारी किया है।
नोटिस में लिखा गया है —
“भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल के निर्देशानुसार आपको कारण बताओ नोटिस जारी किया जाता है। 28 अक्टूबर को भाजपा कार्यालय पर हुए निंदनीय घटनाक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ता मिलाप मिश्रा के साथ आपकी संलिप्तता स्पष्ट रूप से प्रदर्शित हो रही है। अतः सात दिनों के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें, अन्यथा आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।”
भाजपा संगठन ने साफ किया है कि पार्टी के भीतर अनुशासनहीनता और विरोध प्रदर्शन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब सभी की निगाहें अंकित परमार के जवाब और पार्टी की आगे की कार्रवाई पर टिकी हैं।