मध्य प्रदेश में ऊर्जा और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास की अनंत संभावनाएं : प्रणव अदाणी
By : madhukar dubey, Last Updated : March 1, 2024 | 6:03 pm
मध्य प्रदेश के उज्जैन में शुक्रवार से दो दिवसीय ‘रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 2024’ शुरू हुआ है, जहां अदाणी इंटरप्राइजेज के डायरेक्टर प्रणव अदाणी ने इस निवेश की घोषणा की। कॉन्क्लेव का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया।
इस दौरान प्रणव अदाणी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ”मध्य प्रदेश में हमारी उपस्थिति कई क्षेत्रों तक फैली हुई है, जिसमें सड़क, सीमेंट और प्राकृतिक संसाधनों से लेकर थर्मल पावर, रिन्यूएबल एनर्जी और पावर ट्रांसमिशन जैसे सेक्टर शामिल हैं। राज्य में हमारा कुमुलेटिव इन्वेस्टमेंट लगभग 18 हजार करोड़ रुपये है और हमने राज्य भर में लगभग 11 हजार रोजगार के अवसर पैदा किए हैं। मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि अदाणी समूह इन क्षेत्रों में निवेश जारी रखेगा, साथ ही मध्य प्रदेश में अपने निवेश को दोगुना से अधिक करेंगे और राज्य के सर्वांगीण विकास में अपना योगदान देंगे।”
प्रणव अदाणी ने आगे कहा, “मध्य प्रदेश में लगभग 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश कंपनी करेगी। इसमें से 5 हजार करोड़ रुपये का निवेश उज्जैन से इंदौर होते हुए भोपाल तक महाकाल एक्सप्रेस-वे बनाने में किया जाएगा। चोरगाडी में 40 लाख टन प्रतिवर्ष की क्लिंकर यूनिट, देवास और भोपाल में 80 लाख टन प्रति वर्ष की संयुक्त क्षमता वाले दो सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट स्थापित किए जाएंगे और इसके लिए 5 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
- प्राकृतिक संसाधन क्षेत्र में अदाणी समूह 4 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगा और खाद्य प्रसंस्करण, कृषि-रसद, लॉजिस्टिक्स और डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में अपना विस्तार करने के लिए 600 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। ईंधन वितरण में भी कंपनी निवेश करेगी, जिसमें सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन, बॉयो, लिक्विफाइड नेचुरल गैस, इलेक्ट्रिक व्हीकल शामिल हैं, जो 2,100 करोड़ रुपये से अधिक का होगा, जिसका बड़ा हिस्सा भिंड, बुरहानपुर, अनुपपुर, टीकमगढ़ और अलीराजपुर में शहरी गैस वितरण नेटवर्क को मजबूत करने के लिए उपयोग किया जाएगा।”
उन्होंने बताया, “अदाणी समूह का सबसे बड़ा निवेश इस राज्य को किफायती बिजली तक पहुंच बढ़ाने में होगा। सिंगरौली में कंपनी अपने एनर्जी संयंत्र में बिजली उत्पादन क्षमता को मौजूदा 1 हजार 200 मेगावाट से बढ़ाकर 4 हजार 400 मेगावाट करने के लिए करीब 30 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके साथ 3 हजार 410 मेगावाट क्षमता की पंप स्टोरेज परियोजनाएं स्थापित करने के लिए करीब 28 हजार करोड़ रुपये का निवेश भी करेगी। कुल मिलाकर, लगभग 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश पूरे मध्य प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में कंपनी के द्वारा किया जाएगा, जिससे 15 हजार से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे। वहीं, इस निवेश के जरिए सामान्य बिजली उपभोक्ताओं को भी काफी लाभ होगा।”