Jabalpur की चंचल हथिनी कर गई सबकी आंखें नम
By : hashtagu, Last Updated : June 18, 2023 | 9:13 pm
चंचल हथिनी की मौत के बाद वन विभाग के निर्देश पर वेटरनरी कॉलेज के चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम किया और उसके बाद अंतिम विदाई दी गई। चिकित्सकों का कहना है कि हथिनी को यूरिनरी इन्फेक्शन था, जिसका उपचार यहां की टीम द्वारा किया गया, मगर उसे बचाया नहीं जा सका।
महावत गोविंद गिरि ने बताया है कि लगभग ढाई माह पहले पनागर में पं.धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा चल रही थी और वहां चंचल को बुलाया गया था। उस समय वह स्वस्थ थी और करीब महीने भर जबलपुर में घूमी, इसी बीच उसे डिहाइड्रेशन हो गया। उसका उपचार पशु चिकित्सा महाविद्यालय में कराया गया, कुछ दिनों में वह स्वस्थ हो गई। 16 मई को चंचल कुंडम की ओर जा रही थी, तभी रास्ते में पेशाब के साथ खून निकला। चिकित्सकों के परामर्श पर उसे उपचार के लिए जबलपुर लाया गया, जहां उसका लगातार उपचार चला। बीच में वह थोड़ा स्वस्थ भी हुई, मगर आखिरकार उसने दुनिया को अलविदा कह दिया।
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