उज्जैन, मध्यप्रदेश: उज्जैन में बाबा महाकाल (Mahakaal) की दूसरी सवारी को लेकर पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था तैयार की है। सावन और भादौ माह में हर सोमवार को निकलने वाली महाकाल की सवारी में दर्शन के लिए देशभर से लाखों श्रद्धालु आते हैं। लेकिन पहली सवारी में हुई अव्यवस्था को देखते हुए अब पुलिस ने भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा व्यवस्था और आपदा प्रबंधन के लिए विशेष कदम उठाए हैं।
पहली सवारी में दिखी अव्यवस्था
14 जुलाई को निकली बाबा महाकाल की पहली सवारी में दर्शनार्थियों की भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया था। श्रद्धालु रस्से को पार करने की कोशिश करते हुए पालकी तक पहुंचने की जुगत में थे, जिससे अव्यवस्था पैदा हुई। इसी को देखते हुए पुलिस ने आगामी सवारी के लिए रणनीति तैयार की है, ताकि दूसरी सवारी में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
रिहर्सल में सुरक्षा इंतजामों की जांच
दूसरी सवारी 21 जुलाई को निकलने वाली है, इससे पहले पुलिस ने सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को लेकर एक बड़े रिहर्सल का आयोजन किया। एसपी प्रदीप शर्मा ने पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड पर इस रिहर्सल का नेतृत्व किया, जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारी और जवान शामिल हुए। इस रिहर्सल का मुख्य उद्देश्य भीड़ को नियंत्रित करना और आपातकालीन सेवाओं की तैयारी को सुनिश्चित करना था।
नई सुरक्षा व्यवस्था
पुलिस ने इस बार ड्रोन कैमरों से रीयल-टाइम निगरानी, सीसीटीवी नेटवर्क, वायरलेस संचार व्यवस्था और कंट्रोल रूम की सतर्कता का परीक्षण किया। इसके अलावा, आपातकालीन सेवाओं जैसे मेडिकल सहायता, दमकल वाहन, आपदा प्रबंधन इकाइयों और क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) की तैनाती भी सुनिश्चित की गई है। पुलिस ने रस्सा पार्टी को मजबूत किया है, ताकि दर्शनार्थियों को सवारी से सुरक्षित दूरी पर रखा जा सके।
ध्यान में रखा जाएगा श्रद्धालुओं की सुरक्षा
एसपी प्रदीप शर्मा ने कहा कि रिहर्सल के दौरान रस्सा पार्टी बल, विशेष सुरक्षा बल, यातायात पुलिस, और आपदा प्रबंधन इकाई के अधिकारियों ने सक्रिय भागीदारी की। इस बार श्रद्धालुओं को पालकी तक नहीं पहुंचने दिया जाएगा और उन्हें सुरक्षित दूरी पर रखा जाएगा, ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे।
इस बार के इंतजामों को लेकर पुलिस पूरी तरह से सतर्क है, ताकि महाकाल की सवारी का आयोजन शांति और सुरक्षा के साथ संपन्न हो सके।