विदिशा में शिवराज और प्रताप भानु 33 साल बाद फिर आमने-सामने

By : hashtagu, Last Updated : March 28, 2024 | 11:36 am

विदिशा, 28 मार्च (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का गढ़ है विदिशा संसदीय क्षेत्र। यहां लोकसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Former Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) और पूर्व सांसद प्रताप भानु शर्मा (Former MP Pratap Bhanu Sharma) के बीच मुकाबला होने वाला है। दोनों 33 साल बाद एक दूसरे के सामने हैं।

विदिशा संसदीय क्षेत्र मध्य प्रदेश के उन प्रमुख क्षेत्र में से है, जहां से कई दिग्गज निर्वाचित हुए हैं। इस क्षेत्र का पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई, रामनाथ गोयनका और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी प्रतिनिधित्व किया है।

यहां अब तक 15 चुनाव हुए हैं, जिनमें कांग्रेस सिर्फ दो बार जीती है और दोनों ही बार यहां प्रताप भानु शर्मा निर्वाचित हुए हैं। एक बार फिर कांग्रेस ने शर्मा को उम्मीदवार बनाया है।

कांग्रेस में शर्मा की गिनती माधवराव सिंधिया के करीबियों में रही है।

विदिशा से भाजपा ने वर्तमान सांसद रमाकांत भार्गव का टिकट काटते हुए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मैदान में उतारा है। चौहान पांच बार यहां से निर्वाचित हो चुके हैं और यह उनका छठा चुनाव है।

चौहान ने लोकसभा का पहला चुनाव 1991 में तब लड़ा था जब अटल बिहारी वाजपेई ने विदिशा के साथ लखनऊ से निर्वाचित होने के चलते विदिशा सीट छोड़ी थी। उस चुनाव में चौहान ने कांग्रेस के उम्मीदवार प्रताप भानु शर्मा को शिकस्त दी थी।

विदिशा में 33 साल बाद चौहान और शर्मा एक बार फिर आमने-सामने हैं। वर्तमान में शिवराज इसी संसदीय सीट की बुधनी विधानसभा से विधायक हैं। यह संसदीय क्षेत्र रायसेन, विदिशा, सीहोर और देवास जिलों में फैला हुआ है। इन सभी विधानसभा क्षेत्रों पर भाजपा का कब्जा है।