भोपाल: भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Mohan Yadav) को धार्मिक बयानबाज़ी पर संयम रखने की सलाह दी। उन्होंने ‘माखन चोर’ वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भगवान कृष्ण को लेकर इस तरह की टिप्पणियां संत समाज के लिए उपयुक्त हैं, नेताओं को इससे बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भावुक होकर बोलते हैं लेकिन उन्हें अपने शब्दों का चयन सोच-समझकर करना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा था कि भगवान कृष्ण को ‘माखन चोर’ नहीं कहा जाना चाहिए क्योंकि उस समय माखन कंस के घर जाता था। कृष्ण ने इसे अन्याय माना और विरोध जताने के लिए मटकी फोड़ अभियान चलाया।
उमा भारती ने गौशालाओं की वर्तमान व्यवस्था को अप्रभावी बताया और कहा कि गायों की असली सुरक्षा किसान ही कर सकते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि बीमार गायों को गौशालाओं में रखा जाए और स्वस्थ गायों की जिम्मेदारी किसानों को दी जाए। इसके लिए सरकार को उन्हें आर्थिक मदद और ज़मीन देनी चाहिए।
लाड़ली बहना योजना पर बात करते हुए उमा भारती ने कहा कि सरकार यदि हर लाड़ली बहन को दो–दो गाय दे, तो यह ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा।
सड़कों पर आवारा गायों की समस्या को लेकर उन्होंने कहा कि भारत को इंग्लैंड और अमेरिका जैसे देशों से सीख लेनी चाहिए, जहां हाइवे के किनारे फेंसिंग होती है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर वे जल्द ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात करेंगी।
गंगा सफाई पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब तक सबसे प्रभावी काम किया है। उन्होंने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ का समर्थन करते हुए कहा कि बार-बार के चुनाव राष्ट्रीय योजनाओं को बाधित करते हैं, जैसे गंगा सफाई अभियान।