क्रांति गौड़ की छोटी बहन जिया ने बताया कि क्रांति अपने माता-पिता और भाई के साथ विदिशा गई हुई हैं और बाद में बड़ी बहन से मिलने भी जाएंगी। उनके शिक्षक बीएल प्रजापति ने बताया कि क्रांति ने शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक स्कूल घुवारा से 2017-2018 में नौवीं कक्षा पास की थी। पढ़ाई में वह सामान्य थीं, लेकिन खेल में उनकी विशेष रुचि थी।
उनके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी, इसलिए स्कूल ने उनकी किताबें और फीस माफ कर दी थी। प्रजापति ने बताया कि क्रांति स्कूल में लड़कों के साथ क्रिकेट खेलती थीं और कभी-कभी क्लास बंक करके घुवारा चौकी में पुलिसकर्मियों के साथ क्रिकेट खेलने जाती थीं। उन्होंने स्कूल का नाम रोशन किया और यहां क्रिकेट टीम भी बनाई।
क्रांति ने बताया कि इंग्लैंड में चयन न होने के बाद वह स्कूल के बच्चों को भी क्रिकेट सिखाती थीं। जबलपुर में प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में उन्हें सम्मानित किया गया और एक करोड़ रुपए का चेक भी दिया गया। क्रांति ने कहा कि इतनी बड़ी भीड़ के सामने अपने प्रदेश में बुलाए जाने पर वह आभारी हैं और माता-पिता के साथ मंच पर सम्मानित होने पर गर्व महसूस कर रही हैं।
