बीएपीएस हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ पर बोले अनिरुद्धाचार्य महाराज, ‘अमेरिकी सरकार सख्त कदम उठाए’

By : hashtagu, Last Updated : September 26, 2024 | 5:20 pm

नई दिल्ली, 26 सितंबर (आईएएनएस)। अमेरिका के कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में स्थित बीएपीएस हिंदू मंदिर(BAPS Hindu Temple) में हुई तोड़फोड़ पर वृंदावन के कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज  की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के अच्छे रिश्ते हैं। इस घटना की विस्तृत चर्चा होनी चाहिए और आगे इस तरह की हरकत नहीं हो, इसके लिए अमेरिकी सरकार(US government) को सख्त कदम उठाने चाहिए।

अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर हमले की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। अब कैलिफोर्निया में सैक्रामेंटो में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की गई। साथ ही कट्टरपंथियों ने मंदिर की दीवारों पर हिंदू विरोधी मैसेज भी लिखे।

अनिरुद्धाचार्य महाराज ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से गुरुवार को बात करते हुए कहा कि हमारे मंदिरों की सुरक्षा वहां की सरकार को करनी चाहिए। इस तरह का अगर आतंकवाद वहां पर भी है तो सरकार को कड़े कदम उठाकर इस षड्यंत्र को रोकना चाहिए। मंदिरों और सनातनियों की सुरक्षा आवश्यक है, आज पूरी दुनिया में सनातन धर्म और हिंदू खतरे में हैं, सबकी आंखों में हिंदू संस्कृति खटक रही है। भारत के अमेरिका से अच्छे रिश्ते हैं। आखिर क्यों ऐसा हुआ है, इसकी एक विस्तृत चर्चा होनी चाहिए और आगे इस तरह की हरकत नहीं हो, इसके लिए अमेरिकी सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए।

तिरुपति लड्डू मामले पर कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने कहा कि प्रसाद की शुद्धता तब तक नहीं हो सकती है, जब तक गौ माता की सेवा नहीं होगी। जब आपके पास गाय होंगी तो शुद्ध घी होगा। शुद्ध घी होगा तो आप बाजार की घी का इस्तेमाल करना छोड़ देंगे। बाजार का घी अशुद्ध है, इसलिए गायों की सेवा कर घी निकालकर फिर वो लड्डुओं और प्रसाद में इस्तेमाल करना चाहिए। इसलिए प्राचीन मंदिर में गौशाला जरूर होती है। मंदिरों की प्रसाद में मिलावट होने की बात दुर्भाग्यपूर्ण है, ऐसा नहीं होना चाहिए।

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के खाने की दुकानों पर नेमप्लेट लाने के फैसला का अनिरुद्धाचार्य महाराज ने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि कई लोग हिंदुओं के नाम से होटल-ढाबे चला रहे हैं, जो आपका नाम है, वही लोगों को बताएं। आप हैं कुछ और, बता कुछ रहे हैं, ये लोगों के साथ कपट अच्छा नहीं है।