जन्माष्टमी विशेष: ग्वालियर का ‘गोपाल मंदिर’, जहां राधा कृष्ण पहनते हैं करोड़ों के आभूषण, 24 घंटे भव्य रूप में युगल जोड़ी देती है दर्शन

By : hashtagu, Last Updated : August 16, 2025 | 4:50 pm

ग्वालियर। देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Janmasthmi) का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस खास मौके पर मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित गोपाल मंदिर को बेहद आकर्षक तरीके से सजाया जाता है। महीनों से यहां विशेष तैयारियां चलती हैं, और जन्माष्टमी के दिन राधा कृष्ण का श्रृंगार बेशकीमती आभूषणों से किया जाता है। मंदिर में भगवान राधा कृष्ण को करोड़ों रुपये के हीरे-जवाहरात पहनाए जाते हैं, जो साल में एक बार ही लॉकर से बाहर निकाले जाते हैं।

गोपाल मंदिर के पुजारी सागर शर्मा ने आईएएनएस को बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर यह मंदिर चौबीस घंटे खुला रहता है। इस मंदिर की प्रसिद्धि दूर-दूर तक फैली हुई है। जन्माष्टमी के दिन करोड़ों रुपये के गहनों से सजे राधा कृष्ण के दर्शन के लिए लोग पूरे साल इंतजार करते हैं।

मंदिर की स्थापना और ऐतिहासिक महत्व:

गोपाल मंदिर की स्थापना 1921 में ग्वालियर रियासत के तत्कालीन शासक माधवराव सिंधिया प्रथम ने करवाई थी। सिंधिया राजाओं ने भगवान राधा-कृष्ण की पूजा के लिए चांदी के बर्तन और श्रृंगार के लिए रत्न जड़ित सोने के आभूषण बनवाए थे। इस मंदिर में भगवान राधा-कृष्ण की अद्भुत प्रतिमाएं स्थापित हैं, जो भक्तों के दिलों में विशेष स्थान रखती हैं।

राधा कृष्ण के आभूषण:

एक श्रद्धालु ने बताया कि राधा कृष्ण पर सजाए जाने वाले आभूषणों की कीमत लगभग 100 करोड़ रुपये के करीब बताई जाती है। इन गहनों में हीरे, मोती, पन्ना जैसे कीमती रत्न शामिल हैं, जो भगवान के मुकुट और अन्य आभूषणों को सजाते हैं। ये बेशकीमती गहने सालभर बैंक के लॉकर में रखे रहते हैं और जन्माष्टमी के दिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इन्हें मंदिर लाया जाता है। 24 घंटे के लिए राधा कृष्ण को इन गहनों से श्रृंगार कर उन्हें दर्शन दिया जाता है।

महाआरती और सुरक्षा व्यवस्था:

शहर के महापौर दिन के ठीक 12 बजे राधा कृष्ण का श्रृंगार करते हैं और महाआरती का आयोजन करते हैं। जन्माष्टमी के दिन राधा कृष्ण के आभूषणों की सुरक्षा के लिए मंदिर पर कड़ा पहरा बैठाया जाता है। करीब डेढ़ सौ से ज्यादा सुरक्षाकर्मी मंदिर के गहनों और भक्तों की सुरक्षा के लिए तैनात रहते हैं। इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरों और पुलिस की निगरानी के जरिए मंदिर और आसपास के परिसर में सतर्कता बनाए रखी जाती है।ग्वालियर का गोपाल मंदिर जन्माष्टमी के दिन न केवल एक धार्मिक स्थल के रूप में, बल्कि अपनी भव्यता और सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां के राधा कृष्ण के आभूषण और मंदिर की अद्भुत सजावट हर साल भक्तों के बीच आकर्षण का केंद्र बनती है।