झांसी में मुठभेड़ में मारा गया अतीक अहमद का बेटा असद

By : hashtagu, Last Updated : April 13, 2023 | 3:21 pm

झांसी (उप्र), 13 अप्रैल| स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) (Special Task Force) की एक टीम ने गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद के बेटे मोहम्मद असद को शूटर गुलाम के साथ गुरुवार को झांसी में मुठभेड़ में मार गिराया। दोनों के सिर पर पांच लाख रुपये का इनाम था। झांसी में डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल के नेतृत्व में एसटीएफ की टीम ने मुठभेड़ को अंजाम दिया। दोनों के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किए गए हैं।

असद 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज में उमेश पाल पर फायरिंग करते हुए कैमरे में कैद हुआ था। मुठभेड़ उस दिन हुई जब अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को प्रयागराज की अदालत में पेश किया जा रहा है। एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने कहा कि एसटीएफ ने दोनों को सरेंडर करने को कहा, लेकिन उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी, इसके बाद टीम को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।

इस बीच, अदालत में सुनवाई के दौरान अतीक अहमद को अपने बेटे के एनकाउंटर की सूचना मिली, तो वह फूट-फूट कर रो पड़ा। 

बेटे की मौत की खबर सुनते ही रोने लगा अतीक अहमद

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माफिया और अतीक अहमद का दिन गुरुवार को कोर्ट में मुश्किलों भरा रहा। एक तरफ न्यायालय में उसकी पेशी हो रही थी। वहीं दूसरी तरफ यूपी एसटीएफ ने उसके बेटे को उमेश पाल हत्याकांड मामले में एनकाउंटर में ढेर कर दिया। बेटे की मौत की खबर सुनते ही अतीक रोने लगा। वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बेटे असद के एनकाउंटर की खबर सुनते ही माफिया अतीक अहमद कोर्ट रूम में फूट फूटकर रोने लगा। अतीक खुद को नहीं संभाल पा रहा। अतीक जमीन पर बैठ गया। कोर्ट में योगी आदित्यनाथ जिंदाबाद के नारे लगे। इस दौरान कोर्ट में मौजूद अशरफ ने अतीक को संभाला।

माफिया अतीक अहमद पर कोर्ट के बाहर वकीलों ने जूतें फेंके, साथ ही नारेबाजी की। कोर्ट में बेटे असद के एनकाउंटर की खबर सुनकर माफिया अतीक अहमद बेहोश हो गया।

अतीक अहमद ने अशरफ को कोर्ट में अपने पास बैठाया और कहा कि अशरफ ने रोजा रखा है।

वकीलों के गुस्से को देखते हुए अतीक और अशरफ को आरएफ की सुरक्षा के बीच सुरक्षित निकाला गया। पुलिस दोनों को एक ही प्रिजन वैन में बैठाकर नैनी सेंट्रल जेल ले गई।

उधर उमेश पाल की पत्नी जया पाल के वकील विक्रम सिन्हा ने बताया कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दिनेश गौतम की अदालत ने अतीक और अशरफ की 14 दिन की न्यायिक हिरासत मंजूर की है और पुलिस रिमांड प्रार्थना पत्र पर बहस अभी जारी है।

अतीक अहमद को बुधवार की शाम करीब छह बजे यहां की जेल में लाया गया। विलंब की वजह से उसे बुधवार को अदालत में पेश नहीं किया जा सका था।

बरेली जेल से नैनी जेल लाए गए अतीक के भाई अशरफ को भी इसी मामले में अदालत में पेश किया गया।

बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में प्रमुख गवाह उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा गार्ड की गत 24 फरवरी को धूमनगंज क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

उमेश पाल की पत्नी जया पाल की तहरीर पर 25 फरवरी को अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।