विश्वविद्यालयों को सेल्फी पॉइंट स्थापित करने के निर्देश पर कांग्रेस ने की पीएम मोदी की आलोचना
By : hashtagu, Last Updated : December 2, 2023 | 6:01 pm
- एक्स पर एक पोस्ट में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “हमारे सेल्फी-ग्रस्त और आत्म-मुग्ध प्रधानमंत्री लोकसभा चुनाव से पहले इतने असुरक्षित हैं कि वह अपनी गिरती छवि को बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।”
कांग्रेस नेता ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “पहले, सेना को सेल्फी पॉइंट स्थापित करने के लिए कहा गया था। फिर, उन्होंने आईएएस अधिकारियों और अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को ‘रथ यात्रा’ निकालने के लिए कहा। अब, उन्होंने यूजीसी को सभी विश्वविद्यालयों में सेल्फी पॉइंट स्थापित करने के लिए निर्देश दिया है।”
रमेश ने आरोप लगाया कि इससे पहले, उन्होंने लाइव फीड पर आकर चंद्रयान-3 लैंडिंग को हाईजैक कर लिया था।उन्होंने कहा, “इससे पहले, उन्होंने सभी कोविड-19 टीकाकरण प्रमाणपत्रों पर अपना चेहरा चिपका दिया था। ये केवल कुछ उदाहरण हैं और यह उस व्यक्ति की जबरदस्त असुरक्षाओं और उसके आसपास की घृणित चाटुकारिता को दर्शाता है।” राज्यसभा सांसद ने कहा, “10 साल की सत्ता के अंतिम समय में, भारत के लोग आत्म-प्रचार के इस घृणित स्तर से थक चुके हैं, जिसे केवल उत्तर कोरियाई तानाशाहों ने ही पार किया है। लोग जल्द ही उचित जवाब देंगे।”
उनकी यह टिप्पणी यूजीसी द्वारा शुक्रवार को दिल्ली के सभी कॉलेजों से अपने-अपने परिसरों में सेल्फी पॉइंट स्थापित करने के अनुरोध करने के बाद आई है। शिक्षा मंत्रालय ने इन सेल्फी प्वाइंट के डिजाइन को मंजूरी दे दी है।
यूजीसी के अध्यक्ष एम. जगदीश कुमार के अनुसार, अंतरिक्ष अन्वेषण, खेल उत्कृष्टता, बुनियादी ढांचे के विकास, महिला नेतृत्व वाले विकास आदि क्षेत्रों में भारत की उपलब्धियों के बारे में युवाओं में जागरूकता पैदा करने के लिए यह पहल की गई है। उन्होंने कहा कि इन सेल्फी प्वाइंट के माध्यम से सतत ग्रामीण विकास, सूचना प्रौद्योगिकी, डिजिटल कनेक्टिविटी और बहुत कुछ प्रदर्शित किया जा सकता है।
यूजीसी ने कहा कि सेल्फी पॉइंट न केवल गर्व के स्रोत के रूप में काम करेंगे, बल्कि प्रत्येक नागरिक को उन परिवर्तनकारी पहलों के बारे में भी बताएंगे जिन्होंने वैश्विक मंच पर भारत के विकास को गति दी है। कुमार ने कहा, इस संबंध में 15 नवंबर को दिल्ली के सभी कॉलेजों (53) के प्राचार्यों को एक पत्र भेजा गया था, जिसमें उनसे अपने संबंधित परिसरों में सेल्फी पॉइंट स्थापित करने का अनुरोध किया गया था।