कांग्रेस ’40 फीसदी कट’ से निजात, मुफ्त बिजली के वादे के साथ ध्रुवीकरण का मुकाबला करेगी

By : madhukar dubey, Last Updated : January 21, 2023 | 8:02 pm

नई दिल्ली (आईएएनएस)| (Congress Karnataka) कांग्रेस कर्नाटक में विकास और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर बात करने और भाजपा (BJP) के ध्रुवीकरण के जाल में न फंसने की पुरजोर कोशिश कर रही है और 40 फीसदी कमीशन से छुटकारा दिलाने की बात कर अपने चुनावी एजेंडे को आगे बढ़ा रही है।

पार्टी ने प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में चुनाव की तैयारियों की निगरानी के लिए दूसरे राज्य के एक वरिष्ठ नेता को नियुक्त किया है, जबकि राज्य प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला राज्य को अधिक समय दे रहे हैं और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच मतभेदों को पाटने और दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। सुरजेवाला भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लगातार बात करते रहे हैं और लोगों को बता रहे हैं कि बोम्मई सरकार में हर दिन में एक नया घोटाला होता है।

पार्टी ने अन्य राज्यों के साथ जल विवाद का मुद्दा भी उठाया है, जो एक भावनात्मक मुद्दा है। पार्टी ने हुबली में एक महादयी जल रैली का आयोजन किया और कहा कि यह बेलगावी, हुबली और धारवाड़ की पेयजल जरूरतों के लिए महादयी जल का मार्ग सुगम करेगी।

सुरजेवाला ने कहा, “कांग्रेस ने महादयी परियोजना की परिकल्पना की और उसे शुरू किया। कांग्रेस ने 2010 में महादयी ट्रिब्यूनल का गठन किया था और इस पर 2018 में फैसला आया। कांग्रेस सत्ता में आई तो राज्य को महादयी का पानी मिलेगा।” कांग्रेस ने आय गारंटी के बारे में भी बात की है और पार्टी की नेता प्रियंका गांधी ने हाल की एक रैली में घोषणा की : “भाजपा की बढ़ाई हुई महंगाई को हराएं!”

कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने घोषणा की थी कि अगर पार्टी राज्य में सत्ता में आती है, तो कर्नाटक में गृहलक्ष्मी योजना के तहत हर घर की मुखिया महिला को हर महीने 2,000 रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने राज्य की स्थिति को ‘शर्मनाक’ बताते हुए कर्नाटक की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला था।

इस सप्ताह एक महिला सम्मेलन – ‘ना नायकी’ को संबोधित करते हुए प्रियंका ने कहा कि उन्हें बताया गया कि कर्नाटक में स्थिति शर्मनाक है। उन्होंने कहा, “महिलाओं के खिलाफ अपराध बहुत अधिक है और ऐसे अपराधों के 40 मामले हर दिन हो रहे हैं। सरकार स्कूली पाठ्यक्रम पर भी विवाद पैदा कर रही है।”

प्रियंका ने कहा, “मैं भाजपा की आलोचना नहीं करना चाहती, बल्कि सिर्फ एक सवाल पूछना चाहती हूं कि भाजपा के पिछले कुछ वर्षो के शासन में क्या आपका जीवन बेहतर हो गया है? कुछ ही महीनों में चुनाव होने वाले हैं। आप मूल्यांकन करें कि क्या भाजपा सरकार ने आपकी परवाह की?”

महिलाओं की विशाल सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “सिर्फ आप ही स्थिति को बदल सकती हैं। क्या आपके लिए यह बदलाव करने का समय नहीं है? आप क्या चाहती हैं? शिक्षा, नौकरी, कैरियर, पसंद की स्वतंत्रता और पसंद का अधिकार। ये आपको कौन देने जा रहा है? ये आपको कांग्रेस पार्टी देगी।”

पार्टी भ्रष्टाचार की बात कर रही है और आरोप लगा रही है कि 1.5 लाख करोड़ रुपये लूटे गए हैं। कांग्रेस भाजपा के ध्रुवीकरण के खेल में शामिल नहीं होने को लेकर सतर्क है, क्योंकि केंद्रीय एजेंसियां पीएफआई पर नकेल कस रही हैं। पार्टी इन मुद्दों को दरकिनार करने की कोशिश कर रही है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मेगा आउटरीच कार्यक्रम के आह्वान के बाद इसने अल्पसंख्यकों को भी आगाह किया।

विधान परिषद में विपक्ष के नेता बी.के. हरिप्रसाद कहते हैं, “प्रधानमंत्री का अपनी पार्टी के नेताओं को मुस्लिमों को भरोसे में लेने के लिए कहना ठीक वैसा ही है, जैसे शैतान शास्त्रों का हवाला दे रहा हो। चुनाव से पहले भाजपा ऐसी नौटंकी करना चाहती है, लेकिन लोग इसे मानने को तैयार नहीं हैं।”

कांग्रेस भी मुफ्त बिजली का वादा कर रही है, क्योंकि उसके नेता डी.के. शिवकुमार ने 2023 के विधानसभा चुनावों में निर्वाचित होने पर हर घर को 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा किया था। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने वादे को समझते हुए कहा : “कांग्रेस नेता का बयान उनकी हताशा को दर्शाता है और इससे यह आभास होता है कि शिवकुमार को इसे लागू करने का इरादा नहीं है। कांग्रेस पार्टी झूठे वादे करके चुनाव जीतना चाहती है।” इस साल की पहली छमाही में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने बेलगावी से बस यात्रा निकाली थी।