रांची, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। झारखंड में प्रवर्तन निदेशालय (Ed) ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की। ईडी की टीम ने रांची और धनबाद (Dhanbad) में डीटीओ और सीओ समेत कई के ठिकानों पर छापेमारी की है। ईडी ने छह करोड़ की वसूली के मामले में यह कार्रवाई की है।
टीम ने धनबाद के एक वकील के साथ धनबाद के डीटीओ दिवाकर प्रसाद द्विवेदी, जय कुमार राम, प्रभात भूषण, रवि पांडेय, सुजीत और रवि के ठिकानों पर छापेमारी की है। ये कार्रवाई पंडरा थाने में दर्ज एफआईआर के आधार पर की गई है।
मंगलवार को ईडी की टीम धनबाद के डीटीओ दिवाकर प्रसाद के देव विहार स्थित आवास पर पहुंची और यहां से भारी मात्रा में कैश बरामद किया। छापेमारी के दौरान बाहरी लोगों के अपार्टमेंट में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मामले में उनसे पहले भी कई बार पूछताछ हो चुकी है।
दरअसल, मामले में एक कारोबारी और वकील ने एक-दूसरे पर आरोप मढ़ते हुए रांची के पंडरा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। जमीन कारोबारी संजय पांडेय ने ईडी को मैनेज करने के नाम पर अधिवक्ता सुजीत कुमार सिंह पर छह करोड़ रुपए ठगने का आरोप लगाया था।
अधिवक्ता का कहना था कि पैसे नहीं लौटाने पर जमीन कारोबारी ने उनका अपहरण कर लिया था और किसी तरह वे उसके चंगुल से छूटे। इसके बाद पंडरा थाने में मामला दर्ज कराया। उन्होंने केस में कारोबारी संजय पांडेय, सीओ प्रभात भूषण और दिवाकर द्विवेदी समेत तीन सीओ को आरोपी बनाया है।
जमीन कारोबारी संजीव पांडेय ने अधिवक्ता सुजीत सिंह पर आरोप लगाया है कि उन्होंने ईडी पर पकड़ के नाम पर जिन लोगों के नाम ईडी के रडार पर हैं, उन्हें बचाने के नाम पर छह करोड़ रुपए लिए। उन्होंने मुझे, कांके के पूर्व सीओ प्रभात भूषण, दिवाकर तथा अन्य को ईडी की गिरफ्त से बचाने के एवज में यह राशि ली। रुपए लेने के बाद भी उन्होंने हमारा काम नहीं किया। उनसे रुपए वापस लेने के लिए हमलोग अधिवक्ता को साथ ले गए थे, इस बाबत उन्होंने पंडरा ओपी में केस दर्ज कराया है।
यह भी पढ़ें : चुनाव आयोग की वेबसाइट पर डाटा अपडेट नहीं हो रहा: जयराम रमेश