नई दिल्ली, 12 फरवरी (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को राजस्थान के दौसा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड (सेक्शन) का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने 5,940 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित होने वाली 247 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। राजस्थान में राजमार्ग खंड का उद्घाटन एक राजनीतिक महत्व रखता है, क्योंकि राज्य में दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर कहा, “दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे दुनिया के सबसे उन्नत एक्सप्रेसवे में से एक है, जो विकासशील भारत की भव्य तस्वीर पेश करता है।”
उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की उपस्थिति में कहा, “पिछले नौ वर्षो से केंद्र सरकार लगातार बुनियादी ढांचे (इंफ्रास्ट्रक्चर) में भारी निवेश कर रही है। इस बजट में बुनियादी ढांचे के लिए 10 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जो 2014 में आवंटन से पांच गुना अधिक है।”
पीएम ने सभा को जानकारी दी कि पिछले कुछ वर्षो में, राजस्थान को राजमार्गो के लिए 50,000 करोड़ रुपये मिले हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर राजस्थान और देश के लिए प्रगति के दो मजबूत स्तंभ बनने जा रहे हैं।”
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के 246 किलोमीटर लंबे दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड को 12,150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। इस खंड के चालू होने से दिल्ली से जयपुर की यात्रा का समय मौजूदा पांच घंटे से घटकर लगभग 3.5 घंटे हो जाएगा और पूरे क्षेत्र के आर्थिक विकास को काफी बढ़ावा मिलेगा।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे 1,386 किमी की लंबाई के साथ भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा। यह दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा की दूरी को 1,424 किमी से 12 प्रतिशत घटाकर 1,242 किमी कर देगा और यात्रा का समय 24 घंटे से 12 घंटे तक 50 प्रतिशत कम हो जाएगा। यह छह राज्यों क्रमश: दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा और कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगा।