भारत, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जापान और अमेरिका का संयुक्त युद्धाभ्यास ‘ला पेरोस’

भारत समेत बहुपक्षीय युद्धाभ्यास 'ला पेरोस' (Multilateral Exercise 'La Perouse')  का तीसरा संस्करण 13 से 14 मार्च 2023 को हिंद महासागर क्षेत्र में आयोजित किया जा रहा है।

  • Written By:
  • Updated On - March 13, 2023 / 09:34 PM IST

नई दिल्ली, 13 मार्च (आईएएनएस)| भारत समेत बहुपक्षीय युद्धाभ्यास ‘ला पेरोस’ (Multilateral Exercise ‘La Perouse’)  का तीसरा संस्करण 13 से 14 मार्च 2023 को हिंद महासागर क्षेत्र में आयोजित किया जा रहा है। इस संस्करण में रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना, फ्रांसीसी नौसेना, भारतीय नौसेना, जापानी मैरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स, रॉयल नेवी और यूनाइटेड स्टेट्स नेवी के कर्मियों, जहाजों और इन्टग्रल हेलीकाप्टरों (Integral Helicopters) की भागीदारी रहेगी।

रक्षा मंत्रालय ने बताया कि स्वदेश निर्मित गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस सह्याद्रि और फ्लीट टैंकर आईएनएस ज्योति युद्धाभ्यास के इस संस्करण में भाग लेंगे। इस युद्धाभ्यास में भारतीय नौसेना की भागीदारी मैत्रीपूर्ण नौसेनाओं के बीच उच्च स्तर के तालमेल, समन्वय और परस्पर संचालन के उच्च स्तरों तथा हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में कानून आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

भारतीय रक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह द्विवार्षिक युद्धाभ्यास ला पेरोस फ्रांसीसी नौसेना द्वारा आयोजित किया जाता है। इसका उद्देश्य समुद्री क्षेत्र जागरूकता बढ़ाने और हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में भाग लेने वाली नौसेनाओं के बीच समुद्रीय समन्वय को अधिकतम करना है। दो दिवसीय युद्धाभ्यास समान विचारधारा वाली नौसेनाओं को निर्बाध समुद्री संचालनों के लिए योजना, समन्वय और सूचना साझा करने के बारे में नजदीकी संबंध विकसित करने का अवसर उपलब्ध कराता है। इस युद्धाभ्यास में जटिल और उन्नत नौसैनिक संचालन देखने को मिलेगा, जिसमें सतही युद्ध, वायु रक्षा अभ्यास, क्रॉस डेक लैंडिंग और रणनीतिक युद्धाभ्यास शामिल हैं।

इस बीच 11 मार्च को भारतीय नौसेना ने फ्रांस की नौसेना के साथ संयुक्त समुद्री युद्ध अभ्यास ने किया है। दोनों देशों के बीच यह संयुक्त समुद्री अभ्यास अरब सागर में किया गया। भारतीय नौसेना की ओर से स्वदेश निर्मित गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट ‘आईएनएस सह्याद्री जहाज’ अभ्यास में शामिल हुआ। वहीं फ्रांस की नौसेना (एफएन) के युद्धपोतों मिस्ट्रल क्लास एम्फीबियस असॉल्ट शिप के एफएस डिक्सम्यूइड और ला फेयेट श्रेणी के पोत फ्रिगेट एफएस ला फेयेट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास (एमपीएक्स) में भाग लिया।

भारतीय रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस अभ्यास में समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में विकासात्मक परिवर्तन के एक व्यापक स्पेक्ट्रम को परखा गया। इसमें क्रॉस डेक लैंडिंग, बोडिर्ंग अभ्यास और सीमैनशिप विकास जैसी गतिविधियों को शामिल किया गया था। अभ्यास के निर्बाध संचालन ने दोनों नौसेनाओं के बीच पारस्परिकता एवं उच्च स्तर के सहयोग की पुष्टि की।

रक्षा मंत्रालय ने बताया कि आईएनएस सहयाद्री अत्याधुनिक हथियारों व सेंसर से लैस है। यह उसे हवा, सतह तथा तलछट के खतरों का पता लगाने और उन्हें बेअसर करने में सक्षम बनाता है। यह युद्धपोत फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (पूर्व) के परिचालन नियंत्रण के तहत, विशाखापत्तनम में स्थित भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े का एक हिस्सा है।