भारत को मिलेगा पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट, पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच बड़ा फैसला

By : hashtagu, Last Updated : May 27, 2025 | 9:57 pm

नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद भारत सरकार ने मंगलवार को देश के पहले पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट के निर्माण के लिए एक नए ढांचे को मंजूरी दे दी है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, यह कार्यक्रम एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) की अगुवाई में संचालित किया जाएगा, जो इस परियोजना के लिए नोडल सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई है। जल्द ही रक्षा कंपनियों से प्रोटोटाइप विकसित करने के लिए ‘एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट’ (EOI) आमंत्रित किए जाएंगे।

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारत घरेलू कंपनियों के साथ साझेदारी में इस पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान का निर्माण करेगा। बोली प्रक्रिया में निजी कंपनियां और सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयां (PSUs) दोनों ही हिस्सा ले सकेंगी। कंपनियां चाहें तो स्वतंत्र रूप से या संयुक्त उपक्रम के रूप में बोली लगा सकती हैं।

मार्च में केंद्र सरकार ने सैन्य विमानों के निर्माण में निजी क्षेत्र की भागीदारी को प्रोत्साहित करने की सिफारिश की थी, जिससे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) पर बोझ कम किया जा सके। HAL को पहले 4.5 जेनरेशन लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस की धीमी डिलीवरी के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था। HAL ने इसके लिए अमेरिका की जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी से इंजन की धीमी आपूर्ति और वैश्विक सप्लाई चेन समस्याओं को जिम्मेदार ठहराया था।

क्यों अहम है यह प्रोजेक्ट?

भारतीय वायुसेना की युद्ध क्षमता को बनाए रखने के लिए यह प्रोजेक्ट बेहद जरूरी माना जा रहा है। फिलहाल वायुसेना के पास केवल 31 स्क्वॉड्रन बचे हैं, जबकि स्वीकृत संख्या 42 है। एक स्क्वॉड्रन में औसतन 16 से 18 लड़ाकू विमान होते हैं।

“ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करते हुए आतंकी ठिकानों और महत्वपूर्ण सैन्य संरचनाओं को निशाना बनाया था। ऐसे में आधुनिक और स्टील्थ तकनीक से लैस 5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट भारतीय वायुसेना की ताकत में रणनीतिक बढ़त दिलाने का काम करेंगे।